हैदराबाद: हीरो कभी नहीं मरते और इस बात की मिसाल हैदराबाद के एक पुलिस अधिकारी ने दी है, जिसने अपनी मौत के बाद भी 8 लोगों की जान बचाई है. साइबराबाद पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक (ASI) महिपाल रेड्डी ने ड्यूटी के दौरान दुर्भाग्य से अपनी जान गंवा दी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने आठ लोगों को नया जीवन दिया, क्योंकि उनके परिवार ने उनके अंगों को दान करने का फैसला किया. महिपाल रेड्डी (Mahipal Reddy) गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जब एक कैब ने उन्हें टक्कर मार दी थी. बाद में डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया.


पुलिस आयुक्त ने की परिवार की तारीफ


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साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जन ने अंगों को दान करने और आठ लोगों की जान बचाने के लिए महिपाल रेड्डी (Mahipal Reddy) के परिवार की तारीफ की. पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जन और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने महिपाल रेड्डी के शव को कंधा दिया और सम्मान से विदाई दी. वहीं शिक्षा मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी परिवार का सम्मान करने के लिए उनके घर गई थीं.



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1989 बैच के अधिकारी थे महिपाल रेड्डी


महिपाल रेड्डी (Mahipal Reddy) 1989 बैच के पुलिस अधिकारी थे और 27 मार्च की रात को केपीएचबी पुलिस थाना क्षेत्र के निजामपेट में ड्यूटी पर तैनात थे. इस दौरान नशे में गाड़ी चला रहे एक कार ड्राइवर ने उन्हें टक्कर मार दी. दुर्घटना के समय कार की स्पीड काफी ज्यादा थी, जिस कारण महिपाल रेड्डी को गंभीर चोट आई. उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.