IAS Pooja Khedkar: विवादों में आईं IAS पूजा खेडकर पिछले 8 दिनों से लापता हैं. पूजा खेडकर कहां है किसी को कोई जानकारी नहीं है. दिल्ली पुलिस की FIR के बाद से पूजा खेडकर लापता हो गई. पूजा खेडकर को 23 जुलाई के दिन लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन एकेडमी (LBSNAA) में रिपोर्ट करने को कहा गया था, लेकिन समय सीमा समाप्त हो जाने के बाद 25 जुलाई तक भी पूजा एकेडमी नहीं पहुंचीं हैं.


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पूजा खेडकर का फोन बंद
जबसे पूजा को मसूरी बुलाया गया, उसके बाद ही पूजा का फोन बंद हो गया, अब तक उनके बारे में किसी को कोई सूचना नहीं है. इसी बीच इंडिया टूडे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे कलेक्टर कार्यालय ने खेडकर के खिलाफ फर्जी तरीके से विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं. 

अब पूजा खेडकर के मामले में क्‍या होगा?
एकडेमी सूत्रों के मुताबिक पूजा एकेडमी नहीं पहुंची हैं. ऐसे में उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. एकेडमी निदेशक उन पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर सकते हैं. वैसे भी प्रोबेशन की अवधि में एकेडमी निदेशक ही प्रशिक्षु अधिकारी के सीधे नियंत्रण अधिकारी होते हैं. उनके पास यह अधिकार होता है कि वह उपयुक्त जांच के बाद किसी प्रशिक्षु अधिकारी को बर्खास्त कर सकते हैं. ऐसे में अब संघ लोक सेवा आयोग और डीओपीटी के साथ ही एलबीएसएनएए भी पूजा खेडकर को लेकर कड़ा रुख अपना सकता है.


एफआइआर दर्ज करा नोटिस भी जारी
संघ लोकसेवा आयोग ने पूजा खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा नोटिस भी जारी किया है. वहीं, प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एलबीएसएनएए ने उनकी फील्ड ट्रेनिंग को रद कर 23 जुलाई तक अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा था. पहले बताया जा रहा था कि पूजा खेडकर मसूरी पहुंचकर अपनी बात रखेंगी, लेकिन, जब उन पर चौतरफा जांच का शिकंजा कसता चला गया तो वह गायब हो गईं. हालांकि, इससे पहले उन्होंने जांच अधिकारियों के समक्ष अपनी बात रखने की बात कही थी.


फर्जी विकलांग प्रमाण पत्र किसने बनाया हो रही जांच
दिव्यांग कल्याण आयुक्त ने पूजा खेडकर और उन्‍हें गलत विकलांगता प्रमाण पत्र देने वाले डॉक्टर के खिलाफ का आदेश दे दिया है. आयुक्‍त का कहना है कि अगर गलत विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. 


माता-पिता के तलाक पर सवाल
सरकार ने पुणे पुलिस से पूजा खेडकर के माता-पिता - पिता दिलीप खेडकर और मां मनोरमा खेडकर के वैवाहिक स्थिति के बारे में विवरण देने को कहा है. पुलिस को यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि पूजा खेडकर के माता-पिता तलाकशुदा थे या नहीं.


ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर कोटा का लाभ
प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पर यूपीएससी में ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर कोटा का लाभ उठाने का आरोप है, जिसमें पूजा ने दावा किया था कि उसके माता-पिता अलग हो गए हैं और वह अपनी मां के साथ रहती है. अपने मॉक इंटरव्यू के दौरान पूजा ने कहा था कि उसके परिवार की आय कुछ भी नहीं है., जबकि उसके पिता एक पूर्व सिविल सेवक हैं. वार्षिक आय के बारे में पूछे जाने पर खेडकर ने जवाब दिया कि उनके माता-पिता अलग हो चुके हैं और वह अपनी मां के साथ रह रही हैं. नियमों के अनुसार, ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर कोटा केवल उन उम्मीदवारों के लिए है जिनके परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम है.