Unnao Temple Dispute: यूपी के उन्नाव में एक अजीब सा मामला सामने आया है. यहां हिंदुओं की जमीन पर जब हिंदुओं ने मंदिर बनाने का काम शुरू किया तो इलाके के मुसलमानों ने मंदिर निर्माण के काम को ही रोक दिया. मुस्लिम समुदाय ने दलील दी की मंदिर का घंटा बजने से उन्हें दिक्कत होगी. अब भला ये कौन सी दलील है. हिंदुस्तान में हिंदू अपनी ही जमीन पर मंदिर नहीं बना पा रहा है. इस मामले को लेकर बवाल खड़ा हो गया. क्योंकि हिंदुओं ने भी ऐलान कर दिया कि मंदिर यहीं बनाएंगे और घंटा भी बजाएंगे.


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मंदिर के घंटा बजने से दिक्कत होगी..


मामला उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रानीपुर गांव का है. जहां हिंदुओं ने अपनी जमीन पर मंदिर बनाने का प्रयास किया. जब मंदिर निर्माण का काम शुरू हुआ, तो इलाके के मुस्लिम समुदाय ने इसे रोकने का प्रयास किया, यह दावा करते हुए कि मंदिर के घंटा बजने से उन्हें दिक्कत होगी. हिंदू समुदाय ने विरोध करते हुए कहा कि वे मंदिर का निर्माण जारी रखेंगे और घंटा भी बजाएंगे.


नमाज और अजान में खलल की दलील


मंदिर का यह मामला तब बढ़ा जब गांव के हिंदू परिवारों ने वर्षों से खुले में स्थापित शिव मंदिर पर छत डालने का काम शुरू किया. मुस्लिम समुदाय ने आरोप लगाया कि मंदिर के निर्माण से उनकी इबादत में बाधा आएगी, क्योंकि भजन-कीर्तन और घंटा बजने से उनकी नमाज और अजान में खलल होगा.


मंदिर निर्माण को अपना अधिकार मानते हैं..


हालांकि, स्थानीय हिंदू समुदाय का कहना है कि उन्हें मस्जिद से अजान से कोई समस्या नहीं है, और वे मंदिर के निर्माण को अपना अधिकार मानते हैं. इस विवाद को गंभीरता से लेते हुए, प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया और तहसीलदार ने विवाद को सुलझाने का प्रयास किया.


भजन-कीर्तन के साथ महादेव का जलाभिषेक


जी मीडिया ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, जिसके बाद मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हुआ. अब हिंदू समुदाय ने भजन-कीर्तन के साथ महादेव का जलाभिषेक किया, और मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई. यह विवाद 200 स्क्वायर फीट में स्थित इस छोटे से शिव मंदिर को लेकर था, जहां मुस्लिम समुदाय की संख्या अधिक है, जिससे मंदिर निर्माण पर आपत्ति उठाई गई थी.


अब होगा सुंदर मंदिर का निर्माण


अब, जहां पहले महादेव खुले आसमान के नीचे विराजमान थे, वहीं अब वहां एक सुंदर मंदिर का निर्माण होने जा रहा है. यह मामला समाज में धार्मिक सौहार्द और सहिष्णुता की एक मिसाल भी पेश करता है.