Monsoon Rain Update: गर्मी का सितम बढ़ते ही बारिश का इंतजार होने लगा है. इस बार भारत में अच्छी बारिश होने के आसार हैं. मौसम विभाग ने बताया है कि देश के ज्यादातर इलाकों में औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की जा सकती है. अच्छे मॉनसून के पीछे सबसे बड़ी वजह अल-नीनो का कमजोर होना है. अल-नीनो के कमजोर होने के साथ ला-नीना का प्रभाव बढ़ेगा जिसके चलते देश भर में अच्छी बारिश के संकेत हैं. वहीं कुछ राज्यों में बादल नहीं बरसेंगे. आइये जानते हैं इस साल बारिश को लेकर मौसम विभाग के अनुमान के बारे में. 


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जमकर बरसेंगे बदरा..


इस साल मानसून में देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने पूर्वानुमान में सोमवार को बताया कि इस साल मानसून के दौरान पूरे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने यहां पत्रकार वार्ता में कहा कि पूरे देश में 2024 दक्षिण-पश्चिम मानसून के तहत एक जून से 30 सितंबर के बीच मानसून ऋतुनिष्ठ वर्षा दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 106 फीसदी होने की संभावना है.



सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान


उन्होंने कहा कि अगर ऋतुनिष्ठ वर्षा के दीर्घावधि औसत की 96 फीसदी से 104 फीसदी के बीच बारिश होती है तो वो सामान्य होती है. आईएमडी प्रमुख ने कहा कि 106 फीसदी बारिश सामान्य से अधिक की श्रेणी में आती है और अगर दीर्घावधि औसत की 105 फीसदी से 110 फीसदी के बीच बारिश होती है तो इसे सामान्य से अधिक माना जाता है. महापात्र ने कहा कि पूरे देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा का दीर्घावधि औसत 87 सेंटीमीटर है.


बढ़ेगा ला-नीना का प्रभाव..


IMD ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून इस साल सामान्य से बेहतर रहेगा. जून से सितंबर के दौरान अच्छी बारिश की उम्मीद है. बता दें कि 96% से 104% के बीच बारिश को सामान्य माना जाता है. 104% से अधिक को सामान्य से बेहतर बारिश माना जाता है. आईएमडी ने कहा कि अल नीनो की स्थिति कमजोर हो रही है. अगस्त-सितंबर में ला नीना की स्थिति पैदा हो सकती है. 'ला नीना' का मतलब देश में अच्छी बारिश के संकेत हैं.


क्या कहा आईएमडी ने


आईएमडी ने कहा कि देश के 80% हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है. यहां ये जान लेना भी जरूरी है कि अल-नीनो और ला-नीना मौसम का पैटर्न है. जिस साल अल-नीनो का प्रभाव ज्यादा होता है उस साल बारिश सामान्य से कम होती है और जब ला-नीना का प्रभाव ज्यादा होता है कि तो बारिश सामान्य से ज्यादा होती है.


इन राज्यों के लिए टेंशन


देश के ज्यादातर इलाकों में अच्छी बारिश के अनुमान के साथ कुछ राज्यों के लिए कम बारिश का भी अनुमान है. उत्तर-पश्चिमी राज्यों राजस्थान, गुजरात, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के साथ पूर्वोर्त्तर के कुछ राज्यों में बारिश सामान्य से कम हो सकती है.