Tej Effect On India: मौसम विज्ञान (IMD) ने कहा है कि अरब सागर (Arabian Sea) के साउथ-वेस्ट में चल रहा साइक्लोन 'तेज' आज यानी रविवार दोपहर तक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक, 'तेज' 25 अक्टूबर की सुबह के आसपास यमन के अल गैदा और ओमान के सलालाह के तटों को पार कर लेगा. आईएमडी ने बताया कि साउथ-ईस्ट और साउथ-वेस्ट अरब सागर के ऊपर दबाव का एक क्षेत्र बन गया है जिसके 22 अक्टूबर की दोपहर तक भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है. जान लें कि इस साल अरब सागर में यह दूसरा साइक्लोन होगा. हिंद महासागर में साइक्लोन के नामकरण के फॉर्मूले के मुताबिक, अबकी बार इस साइक्लोन का नाम ‘तेज’ रखा गया है.


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कहीं बिपरजॉय जैसा ना हो जाए


आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान तेज के आज गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने और ओमान के साउथ कोस्ट की तरफ बढ़ने के आसार हैं. यह पास के यमन के तट की ओर बढ़ सकता है. मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कभी-कभी साइक्लोन अपने पूर्वानुमानित रास्ते भटक भी सकता है, जैसा कि साइक्लोन ‘बिपरजॉय’ के केस में देखने को मिला था.


‘बिपरजॉय’ ने कैसे बढ़ाई थी तकलीफ?


जान लें कि ‘बिपरजॉय’ साइक्लोन जून में अरब सागर से उठा था. शुरू में यह नॉर्थ-वेस्ट दिशा में बढ़ने के बाद गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची की तरफ से गुजरा था. गुजरात के रिलीफ कमिश्नर आलोक कुमार पांडे ने कहा कि फिलहाल तेज से कोई खतरा नहीं है. पर जून में अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने गुजरात में कच्छ और सौराष्ट्र के कई इलाकों में भयंकर तबाही मचाई थी. पहले यह वेस्ट की ओर बढ़ रहा था लेकिन बाद में उसने दिशा बदली और कच्छ तट से जा टकराया था.


भारत पर क्या पड़ेगा असर?


वहीं, स्काईमेट वेदर के मुताबिक, ज्यादातर मॉडल संकेत दे रहे हैं कि तेज साइक्लोन यमन-ओमान के कोस्ट की ओर बढ़ रहा है. हालांकि, मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि भारत के राज्यों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि साइक्लोन तेज वेस्ट-नॉर्थ और वेस्ट की ओर बढ़ेगा. इस वजह से गुजरात के लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.