Today Weather Update: दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR Weather Forecast) में उमस भरी गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा रखे हैं. गुरुवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई, जिससे कुछ समय के लिए गर्मी कम हुई. हालांकि इसके बाद फिर से उमस बढ़ गई, जिसके आगे कूलर-पंखे भी फेल हो गए. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दक्षिण हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न तीव्रता का 'टी-स्टॉर्म' बन रहा है. इसकी वजह से रात में आसमान में बादल छाए रह सकते हैं और कुछ जगहों पर बहुत हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं. 


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उत्तराखंड के 7 जिलों में अलर्ट


उत्तराखंड (Uttarakhand Rain Alert) की बात करें तो मौसम वैज्ञानिकों ने 7 जिलों के लिए 24 सितंबर तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है. विभाग के मुताबिक इस दौरान तेज बारिश के साथ ही आकाशीय बिजली गिर सकती है और कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है. खासतौर पर देहरादून के साथ ही टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. 


मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक अगले कुछ दिन तक पूरे राज्य में मानसून सक्रिय रहेगा. देहरादून और पर्वतीय जिलों में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं.


एमपी में भी होगी जबरदस्त बारिश


मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश (MP Weather Forecast) के लिए भी बारिश का अलर्ट जारी किया है. विभाग के अनुसार आज से एमपी में 3 दिनों तक कई इलाकों में भारी बारिश होगी. राज्य के शहडोल, सागर, जबलपुर,रीवा, भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल संभाग के जिलों में मध्यम से अधिक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसी तरह अनूपपुर डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी मंडला, बालाघाट और सागर जिलों में भी मौसम विभाग ने भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. 


रीवा शहडोल सागर जबलपुर भोपाल, नर्मदा पुरम संभाग के जिलों समेत बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन बड़वानी, गुना, शिवपुरी, अशोक नगर, दतिया और ग्वालियर में गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. 


पूर्वोत्तर भारत में 5 दिनों तक बरसात


मौसम विभाग के साइंटिस्ट डॉक्टर संजय अनिल ने पूर्वोत्तर भारत में बारिश (All India Rain Forecast) का पूर्वानुमान जताया है. उनके मुताबिक आने वाले 5 दिनों तक असम और नॉर्थ ईस्ट में भारी से भारी बारिश होगी. इस दौरान कई जगहों पर भूस्खलन हो सकता है और कहीं बाढ़ के हालात बन सकते हैं. मानसून के सक्रिय रहने के दौरान कुछ जगहों पर बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं.