Composer A R Rahman News:  संगीतकार ए आर रहमान के कार्यक्रम को लेकर हुए विवाद के कुछ दिन बाद तांबरम पुलिस आयुक्तालय से संबद्ध एक वरिष्ठ अधिकारी का तबादला कर दिया गया है और उन्हें अनिवार्य प्रतीक्षा के तहत रखा गया है. रहमान के कार्यक्रम के दौरान यातायात जाम होने समेत कई विवाद हुए थे। यातायात बाधित होने के कारण मुख्यमंत्री के काफिले की आवाजाही भी प्रभावित हुई थी. तांबरम पुलिस आयुक्तालय से संबंध पल्लीकरनई की पुलिस उपायुक्त (कानून-व्यवस्था) एवं आईपीएस अधिकारी डॉ. दीपा सत्यन को अगले आदेश तक डीजीपी/(पुलिस बल प्रमुख) एचओपीएफ, चेन्नई के कार्यालय में अनिवार्य प्रतीक्षा के तहत रखा गया है. एक अन्य आईपीएस अधिकारी व ग्रेटर चेन्नई पुलिस की डीआइजी/संयुक्त पुलिस आयुक्त, पूर्व, कानून एवं व्यवस्था, दिशा मित्तल को भी इसी तरह की वेटिंग लिस्ट में डाला गया है.


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उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहा


तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि वो ए आर रहमान के कंसर्ट में नहीं गए थे. आम लोगों की तरह उन्होंने भी सोशल मीडिया पर ही कार्यक्रम देखा था. उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. हमें इस तरह की घटनाओं से बचने की जरूरत है. कुछ लोग ए आर रहमान की आलोचना के कारणों का इंतजार कर रहे थे. सरकार इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बचने के लिए सही कारणों का तलाश करेगी और जो कोई भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


 



 


10 सितंबर को चेन्नई में हुआ था माराकुम्मा नेंजम कंसर्ट 


कंसर्ट को देखने के लिए 45 हजार से अधिक लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई लेकिन आयोजन वाली जगह यानी आदिक्यर पैलेस सिटी के बाहर अव्यवस्था का आलम था. हालत इतने खराब हो गए कि टिकट लेने वाले आयोजन स्थल तक नहीं जा पाए. कंसर्ट देखने वाले बहुत से लोग आयोजकों और पुलिसवालों से वाद विवाद पर उतर आए.कंसर्ट के एक दिन बाद यानी 11 सितंबर को ए आर रहमान ने कहा कि लोगों की सूनामी थी और उसे नियंत्रित कर पाने में हम नाकाम रहे. कंपोजर के तौर उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन करना था. उन्हें यकीन था कि सभी इंतजाम दुरुस्त हैं. उन्हें लगा कि बाहर बारिश नहीं हो रही होगी इसके साथ ही यह भी ख्याल में नहीं आया कि बाहर बदइंतजामी होगी. हमारी मंशा ठीक थी लेकिन पब्लिक का रिस्पांस हमारी उम्मीदों से परे था.आदित्यरम पैलेस सिटी के बाहर जो कुछ हुआ उससे वो काफी परेशान हैं, सुरक्षा पहला मुद्दा था क्योंकि महिलाएं और बच्चियां भी थीं. वो किसी पर उंगली नहीं उठाना चाहते हैं.


(एजेंसी इनपुट-भाषा)