सीट शेयरिंग फॉर्मूले में फंसा I.N.D.I.A. गठबंधन, TMC नेता ने कांग्रेस को बता दिया `दलाल`
TMC नेता कुणाल घोष का दावा है कि साल 2021 में टीएमसी बीजेपी को हराने के लिए चुनाव मैदान में खड़ी थी. लेकिन कांग्रेस ने लेफ्ट के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ना पसंद किया. इसकी बदौलत वोटों का ध्रुवीकरण हुआ था और यही से बीजेपी को काफी फायदा हुआ. जानिए सीट शेयरिंग को लेकर कुणाल घोष ने क्या कहा?
INDIA Alliance: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियों की तैयारियां शुरू हो चुकी है, लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान अगर किसी ने खींचा है तो वो है I.N.D.I.A. गठबंधन! हाल ही में इंडिया गठबंधन की बैठक हुई और इसमें आगे की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई. लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, वैसे-वैसे गठबंधन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सबसे ज्यादा दिक्कत सीट बंटवारे को लेकर है. जहां एक ओर राष्ट्रव्यापी पार्टी के चलते कांग्रेस गठबंधन को लीड कर रही है, लेकिन जानकारों का कहना है कि क्षेत्रीय पार्टियों के साथ कांग्रेस का सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय नहीं हो पा रहा है!
कुणाल घोष ने कांग्रेस पर दागा सवाल
सीट शेयरिंग मामले को लेकर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कांग्रेस पर सवाल दागा है. कुणाल घोष ने बंगाल कांग्रेस को बीजेपी का 'दलाल' कहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कुणाल घोष ने कहा कि साल 2021 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने टीएमसी को भारी नुकसान पहुंचाया था. जिसका परिणाम यह हुआ कि बीजेपी को काफी फायदा हुआ. उन्होंने बंगाल कांग्रेस का सोनिया गांधी और राहुल गांधी की दिल्ली कांग्रेस से अंतर होने का भी दावा किया. सीट बंटवारे पर बात करते हुए कुणाल घोष ने कहा कि इस बारे में उनके पास कोई नई जानकारी नहीं है. हालांकि, इसे लेकर टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी जल्द अंतिम फैसला लेंगी और समय आने पर वो सबको सूचित भी करेंगी.
कुणाल घोष ने लगाया आरोप
कुणाल घोष का दावा है कि साल 2021 में टीएमसी बीजेपी को हराने के लिए चुनाव मैदान में खड़ी थी. लेकिन कांग्रेस ने लेफ्ट के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ना पसंद किया. इसकी बदौलत वोटों का ध्रुवीकरण हुआ था और यही से बीजेपी को काफी फायदा हुआ. कुणाल घोष ने कहा कि 'इंडिया गठबंधन' को लेकर ममता बनर्जी की देखरेख में बातचीत चल रही है. सही समय का इंतजार करें, सब कुछ जल्द सामने होगा क्योंकि इस पर अंतिम फैसला ममता बनर्जी ही लेंगी. यदि आप देखेंगे तो पाएंगे कि दिल्ली और बंगाल कांग्रेस में बड़ा अंतर दिखेगा. बात बंगाल कांग्रेस की करें तो यह बीजेपी 'दलाल' की तरह है!