India-Iran Talks: `डोभाल ने पैगंबर के अपराधियों को लेकर कोई भरोसा नहीं दिया,` ईरान को भारत की दो टूक
India-Iran Talks: ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियां ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ बैठक में पैगंबर पर टिपप्णी का मसला उठाया. भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने के लिए अब्दुल्लाहियां तीन दिन के दौरे पर नई दिल्ली में हैं. बीजेपी के पूर्व प्रवक्ताओं के बयानों को लेकर खाड़ी देशों में काफी नाराजगी है.
India-Iran Talks: पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर मचे हंगामे के बीच ईरान के विदेश मंत्री भारत दौरे पर हैं. बुधवार को दोनों देशों के बीच लंबी वार्ता चली. WION न्यूज के मुताबिक, इस दौरान ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियां ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ बैठक में पैगंबर पर टिपप्णी का मसला उठाया. भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने के लिए अब्दुल्लाहियां तीन दिन के दौरे पर नई दिल्ली में हैं. बीजेपी के पूर्व प्रवक्ताओं के बयानों को लेकर खाड़ी देशों में काफी नाराजगी है.
ईरानी मंत्री ने उठाया ये मसला
वहीं न्यूज एजेंसी पीटीआई ने कहा, अब्दुल्लाहियां ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों से पैदा हुए नकारात्मक माहौल का मुद्दा उठाया. इस पर भारतीय पक्ष ने कहा कि सरकार इस्लाम के संस्थापक की इज्जत करती है. ईरान के मुताबिक डोभाल ने कहा कि भारत सरकार पैगंबर मोहम्मद की इज्जत करती है और अपराधियों के साथ ऐसे निपटा जाएगा, जिससे वह एक सबक सीखेंगे.
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भारत ने किया खंडन
हालांकि भारतीय पक्ष ने ईरानी पक्ष के इस दावे का खंडन किया है. भारत का कहना है कि एनएसए डोभाल ने ऐसी कोई बात नहीं की है. सूत्रों के मुताबिक ईरान के विदेश मंत्रालय के इस मामले पर हुई वार्ता का गलत मतलब निकाला. ईरान के बयान में यह भी कहा गया कि मंत्री ने पैगंबर मोहम्मद के सम्मान के साथ-साथ उनकी धार्मिक सहिष्णुता और विभिन्न धर्मों के बीच ऐतिहासिक सह-अस्तित्व के लिए भारतीय लोगों और सरकार की तारीफ की. ईरान के विदेश मंत्री ने कहा, 'जिस तरह भारतीय अधिकारी अपराधियों से निपट रहे हैं, उससे मुसलमान संतुष्ट हैं.'
पिछले दिनों बीजेपी ने नूपुर शर्मा और दिल्ली यूनिट के मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल को पैगंबर पर टिप्पणी के कारण पार्टी से निकाल दिया था. सऊदी अरब, यूएई, इंडोनेशिया, जॉर्डन, बहरीन, मालदीव, मलेशिया, ओमान, इराक, लीबिया ने टिप्पणी की सख्त आलोचना की थी. जबकि कई देशों ने भारतीय राजदूतों को भी तलब किया था.
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