नई दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को उनसे मिलने गए पाकिस्तानी रेंजर्स के प्रमुख से कहा कि भारत को पाकिस्तान की तुलना में अधिक इस्लामिक कहा जा सकता है क्योंकि यहां उस देश की तुलना में अधिक मुसलमान रहते हैं।


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बातचीत के दौरान सिंह ने कहा कि भारत पाकिस्तान समेत अपने पड़ोसी देशों के साथ शांति चाहता है इसलिए वह पहले गोली नहीं चलाएगा लेकिन रेंजर्स से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनकी तरफ से (उनकी जमीन से) कोई घुसपैठ न हो।


जवाब में मेजर जनरल उमर फारूक बुर्की ने सिंह से कहा कि वह महज ‘एक बल के महानिदेशक हैं, न कि गृहमंत्री की (उनकी) तरह नेतृत्व का हिस्सा ’ऐसे में वह इस संबंध में कोई वादा नहीं कर सकते। वह उनका (सिंह का) संदेश पाकिस्तानी नेतृत्व तक पहुंचा देंगे।


बुर्की ने कहा कि उनका देश भी सीमा पर शांति और भारत के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहता है, सीमा पर गोलीबारी की कुछ घटनाएं गलतफहमी या भूलवश हुई हैं।


सिंह ने कहा कि ‘भारत की तरह पाकिस्तान भी आतंकवाद का एक पीड़ित है’ तथा दोनों देशों को आतंकवाद के खतरे के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत मुसलमानों के सभी 72 फिरकों (संप्रदायों) का घर है और ऐसा किसी अन्य देश में नहीं है।


उन्होंने कहा, ‘भारत में पाकिस्तान से अधिक मुसलमान हैं। भारत को पाकिस्तान की तुलना में अधिक इस्लामिक कहा जा सकता है।’


सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक डी के पाठक के साथ वार्ता करने यहां आए बुकी ने कहा, ‘आपका देश बहुत बड़ा और विशाल है। यह एक महान राष्ट्र है। हम भी भारत के साथ अच्छा संबंध चाहते हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पक्षों को भविष्य में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।


सिंह ने कहा कि भारत अपने सभी पड़ोसियों के साथ दोस्ताना संबंध चाहता है और यही वजह है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ली तब सभी पड़ोसी देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया था और हाल में उन्होंने रूस के उफा में अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात भी की।


गृह मंत्री ने कहा, ‘अगर कुछ कारणों से गोलीबारी होती है तो दूसरे पक्ष को रोशनी बम का इस्तेमाल कर जवाबी कार्रवाई करने के पहले इसकी पुष्टि करनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न स्तरों पर पाकिस्तान के साथ संवाद करना चाहता है, इसलिए मोदी ने जुलाई में उफा में शरीफ से भेंट की थी।


उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्यवश, एनएसए स्तर की वार्ता नहीं हो पाई लेकिन हम पाकिस्तान के साथ अच्छा संबंध स्थापित करना चाहते हैं। मैं केवल औपचारिकता भर के लिए नहीं, बल्कि तहे- दिल से यह बात कह रहा हूं।’ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला देते हुए कहा कि ‘हम मित्र बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकते’ और इसलिए सभी पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करना आवश्यक है।