India Longest Sea Bridge: देश का सबसे लंबा सी-ब्रिज आम जनता के लिए चालू हो गया है. पीएम मोदी ने मुंबई में इस पुल का उद्घाटन किया है. इस पुल का आधिकारिक नाम अटल सेतु रखा गया है. यह पुल करीब 21 किमी लंबा है. इस पुल के बनने से 2 घंटे की दूरी घटकर अब केवल 20 मिनट रह जाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये अटल सेतू इसलिए है खास:



महाराष्ट्र के ये इलाके सी-ब्रिज से हुए कनेक्ट


रिपोर्ट के मुताबिक यह पुल मुंबई के सेवरी से शुरू होकर रायगढ़ जिले के उरण तालुका के न्हावा शेवा पर खत्म होता है. हालांकि मुंबई की ओर जाने वाले मल्टी-एक्सल भारी वाहनों, बसों और ट्रकों को ईस्टर्न फ्रीवे पर प्रवेश नहीं मिलेगा. उन्हें मुंबई पोर्ट-सिवड़ी एग्जिट (एग्जिट 1सी) से होकर गुजरना होगा और फिर 'गाड़ी अड्डा' के करीब एमबीपीटी रोड से जाना होगा.



कनेक्टिविटी और होगी बेहतर


उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'अटल सेतु न केवल देश का लंबा पुल है बल्कि सबसे लंबा सी-ब्रिज भी है. इस ब्रिज के बनने से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर होगी. इसके साथ ही सड़क मार्ग के जरिए मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण गोवा जाने का समय भी घटेगा.'



जनसभा को किया संबोधित


उदघाटन समारोह के बाद पीएम मोदी ने एक फोटो गैलरी को भी देखा. इस मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस और अजित पवार भी मौजूद रहे. देश के सबसे लंबे सी ब्रिज के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी रोड शो करते हुए एक जनसभा को भी संबोधित करने पहुंचे.


जनसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मेरा संकल्प है कि आनेवाले समय में 2 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाया जाए. इसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है. आने वाले दिनों में पूरा देश इन प्रयासों का असर देखेगा.'


शिंजो आबे को किया याद


उन्होंने कहा, 'बांद्रा वर्ली सी लिंक अटल सेतु से 5 गुना छोटा है. देश अब लगातार आगे बढ़ रहा है. आने वाले कुछ सालों में पहली बुलेट ट्रेन देश को मिलने वाली है. पिछले 10 सालों में बदल गया है. 10 साल पहले जहां स्कैम की चर्चा होती थी. वहीं आज परियोजनाओं के पूरा होने की चर्चा हो रही है. अटल सेतु विकसित भारत की तस्वीर है.'


जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'शिंजो आबे को जरूर याद करूंगा. हम दोनों ने मिलकर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को पूरा करने का संकल्प लिया था. बीते कई दिनों से अटल सेतु की चर्चा हो रही है, जो भी इसे देख रहा है वो प्रभावित हो रहे हैं.  एकनाथ शिंदे, फडणवीस, अजीत पवार टीम के प्रयासों का परिणाम है. भारत के विकास के लिए हम समुद्र से भी टकरा सकते हैं.'