नई दिल्ली: भारत ने बुधवार को कहा कि वह आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल में शिमला समझौते एवं लाहौर घोषणापत्र के अनुरूप पाकिस्तान के साथ बातचीत के जरिए सभी मुद्दों का समाधान करने को प्रतिबद्ध है और ऐसा अनुकूल माहौल तैयार करना इस्लामाबाद की जिम्मेदारी है.


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लोकसभा में अशोक महादेव राव नेते के प्रश्न के लिखित उत्तर में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा, ‘‘पड़ोसी देशों के साथ द्विपक्षीय संपर्क एक सतत और निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. नौ दिसंबर, 2015 को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की इस्लामाबाद यात्रा के दौरान दोनों पक्ष व्यापक द्विपक्षीय वार्ता के लिए सहमत हुए थे. दोनों देशों के विदेश सचिवों को वार्ता के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए कहा गया था.’’ 


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उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, दो जनवरी, 2016 को पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला और भारत को लक्षित करके सीमा पार आतंकवाद जारी रहने के मद्देनजर विदेश सचिवों की वार्ता नहीं हो सकी.’’ 


मंत्री ने कहा, ‘‘ सरकार ने अवगत कराया है कि वह शिमला समझौते और लाहौर घोषणापत्र के अनुरूप आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल में सभी मुद्दों का शांतिपूर्ण और द्विपक्षीय ढंग से हल करने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसा अनुकूल माहौल तैयार करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है. ’’