Tb And Cough Symptoms: दुनियाभर में आज (24 मार्च) World TB Day 2023 मनाया जा रहा है. इस बीच हेल्थ एक्सपर्ट्स ने एक बड़ा खुलासा किया है. उनका कहना है कि साल 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करना पहाड़ जैसी चुनौती है. नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम (National TB Elimination Program-NTEP) के तहत 24 लाख से ज्यादा मरीज एक साल में रजिस्टर किए गए हैं. 63 हजार से ज्यादा टीबी के मरीज अकेले 2022 में जुड़े हैं, ऐसे में अगले 2 सालों में टीबी मुक्त भारत के सपने का हकीकत में बदलना काफी मुश्किल साबित हो सकता है यानी साल 2025 तक देश को टीबी मुक्त कर पाना आसान नहीं है. भारत सरकार टीबी मरीजों के लिए पानी की तरह पैसा भी बहा रही है. साल 2018 से दिसंबर 2022 तक टीबी के 71 लाख मरीजों को नि-क्षय पोषण योजना के तहत 2 हजार 90 करोड़ रुपए दिए गए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या कहता है पिछला डाटा?


आपको बता दें कि पिछले साल 1 करोड़ 40 लाख सलाइवा टेस्ट और 58 लाख Nucleic Acid Amplification Tests (NAAT) किए गए, जिनका खर्च सरकार ने उठाया. 6,31,683 (4.5%) में इन टेस्ट के जरिए टीबी होने की पुष्टि हुई. इसके अलावा नि-क्षय मित्र योजना लाई गई जिसमें लोगों से कहा गया कि वो टीबी मरीजों को गोद लें, उनके इलाज का खर्च उठाएं. जनवरी 2023 तक इस योजना के तहत 58 हजार लोगों ने 9 लाख टीबी मरीजों के इलाज और खाने की जिम्मेदारी उठाई. सरकार ने सभी राजनीतिक पार्टियों और नेताओं से भी अपील की थी कि अपने-अपने क्षेत्र में टीबी मरीजों के इलाज पर काम करें.


भारत में मरीजों की बढ़ रही तादाद


सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 722 जिलों में सरकार का TB Prevention Treatment कार्यक्रम पहुंच चुका है लेकिन आज भी दुनिया में सबसे ज्यादा टीबी के मरीज भारत में हैं. WHO के मुताबिक दुनिया के 26 प्रतिशत टीबी के मरीज भारत में हैं यानी दुनिया के कुल टीबी मरीजों का हर चौथा मरीज भारत में मौजूद है. WHO ने 2025 तक भारत में टीबी खत्म करने के लिए हर साल 10 फीसदी की दर से टीबी मरीजों को कम करने का लक्ष्य रखा है. सरकार के मुताबिक एक साल में 32 फीसदी मरीजों का टीबी ठीक हुआ लेकिन उससे तेजी से मरीज बढ़ भी गए हैं.


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे