नई दिल्ली: बढ़ते कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के बीच वैक्सीन की कमी होने की खबरों ने आम जनता की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में सरकार अब वैक्सीन के उत्पादन को कई गुना बढ़ाने के लिए कदम उठाने जा रही है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस वर्ष सितंबर के अंत तक भारत को पांच अन्य निर्माताओं से कोरोना वैक्सीन मिलने लगेगी. फिलहाल भारत में कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सिन (Covaxin) का निर्माण हो रहा है.


मिलेंगी ये नई वैक्सीन


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अतिरिक्त कोरोना वैक्सीन की तैयारी के बारे में बताते हुए एक सरकारी सूत्र ने कहा, 'भारत में वर्तमान में दो Covid-19 वैक्सीन स्थानीय स्तर पर तैयार की जा रही हैं, कोविशील्ड और कोवैक्सिन. अब हम सितंबर-अक्टूबर 2021 तक पांच और टीकों की उम्मीद कर रहे हैं. ये टीके Sputnik V vaccine (डॉ रेड्डी के साथ मिलकर), Johnson & Johnson vaccine (बायोलॉजिकल ई के साथ), Novavax vaccine (सीरम इंडिया के सहयोग से), Zydus Cadila vaccine और भारत बायोटेक की Intranasal Vaccine हैं.'


RDIF ने किया करार


इन वैक्सीन को जनता के लिए उपलब्ध कराने से पहले सुरक्षा और प्रभाव को परखा जाएगा. इसके बाद ही किसी भी COVID-19 वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी प्रदान की जाएगी. लगभग 20 COVID-19 टीकों में से Sputnik V को पहले मंजूरी मिलने की उम्मीद है. उम्मीद है कि Sputnik को अगले दस दिनों के भीतर आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है. रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने वैक्सीन के उत्पादन के लिए हैदराबाद स्थित डॉ रेड्डी, हेटेरो बायोफार्मा, ग्लैंड फार्मा, स्टेलिस बायोफार्मा और विच्रो बायोटेक जैसी भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनियों के साथ एक करार किया है. 


यह भी पढ़ें: Coronavirus के खिलाफ जंग में DRDO का बड़ा कदम, 500 बेड्स का अस्पताल हो रहा तैयार


कब कौन सी वैक्सीन तैयार होगी


देश में 850 मिलियन खुराक की उत्पादन क्षमता के साथ Sputnik V, COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में बड़ी भमिका निभा सकती है. सूत्रों के मुताबिक जून में Sputnik V के उपलब्ध होने की उम्मीद है. सब कुछ ठीक रहा तो जॉनसन एण्ड जॉनसन का Bio E अगस्त तक उपलब्ध हो सकता है,  Cadilla Zydus भी अगस्त में तैयार हो सकती है, Novavex (सीरम) सितंबर तक और Nasal Vaccine (भारत) अक्टूबर तक उपलब्ध हो सकती है. 


LIVE TV