नई दिल्लीः कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) मामले पर भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी. विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के प्रवक्ता रवीश कुमार (Raveesh Kumar) ने बताया कि भारत कुलभूषण जाधव मामले पर फिर से इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) जाएगा. उन्होंने कहा हम कोशिश करेंगे कि आईसीजे की फुल इंप्लीमेंटेशन हो.


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गौरतलब है कि गुरुवार को पाकिस्तान (Pakistan) की जेल में बंद कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को पाकिस्तान ने दूसरा कॉन्सुलर एक्सेस देने से इनकार कर दिया है. इसके बारे में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ मोहम्मद फैसल ने कहा कि कुलभूषण जाधव को दूसरी बार कॉन्सुलर एक्सेस नहीं मिलेगा.



रवीश कुमार (Raveesh Kumar) ने कहा कि 2 सितंबर को जो कॉन्सुलर एक्सेस मिला था वो आईसीजे (ICJ) के निर्देश पर मिला था और हमने पाकिस्तान (Pakistan) से लगातार कहा कि आईसीजे के आदेश का पालन हो. हमने बयान देखा है और हम फिर भी पाकिस्तान के संपर्क में हैं. इससे ज्यादा अभी कुछ नहीं कहना ठीक है. रवीश कुमार ने यह भी कहा कि कूलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) पर नॉर्मल डिप्लोमैटिक चैनल के थ्रू बात करेंगे.



करतारपुर (Kartarpur) के मसले पर बात करते हुए रवीश कुमार (Raveesh Kumar) ने कहा, करतारपुर पर उम्मीद है कि पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ से जो इश्यू हैं वो जल्द रिसॉल्व होंगे. उम्मीद है कि पाकिस्तान थोड़ी फ्लैक्सिबिलिटी दिखाएगा. करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत (India) पूरी तरह प्रतिबद्ध है.



चाइनीज इनकर्जन पर बात करते हुए रवीश कुमार (Raveesh Kumar) ने कहा, "दोनों ही तरफ से शांतिपूर्वक तरीके से मैटर साल्व हो चुका है." कश्मीर (Kashmir) पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यूएनएचआरसी में आपने देख ही लिया होगा कश्मीर पर हमारा स्टैंड क्या था. पाकिस्तान (Pakistan) कश्मीर के मुद्दे को पोलराइज़ औ पॉलिटिसाइस करने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान आतंक का गढ़ है. पाकिस्तान आतंक पैदा कर रहा है. बार-बार झूठ बोलने से झूठ सच में नहीं बदल जाता है.


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कश्मीर (Kashmir) के बारे में बात करते हुए रवीश कुमार (Raveesh Kumar) ने आगे कहा कि कश्मीर में दवाइयों की कोई कमी नहीं है. 95 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मचारी ड्यूटी पर हैं. बैंकिंग सेवाएं भी सामान्य रूप में चल रही है. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के 92 फीसदी हिस्से पर अब किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है. हम नॉर्मलसी की तरफ बढ़ रहे हैं. हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि नॉर्मलसी जल्दी हो. हमने पिछले दिनों भी देखा है कि आतंक को बढ़ाने के लिए किस तरह से घुसपैठ की कोशिश की है. हम सतर्क हैं. पाकिस्तान (Pakistan) को अभी भी समय रहते सचेत हो जाना चाहिए.