गांदरबल के बाद गुलमर्ग में आतंकी हमला, आतंकियों ने की सेना की गाड़ी पर फायरिंग; 3 पोर्टर की मौत, 5 जवान घायल
Jammu-Kashmir Army Vehicle Attacked: जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग इलाके में गुरुवार को सेना के वाहन पर हमला हुआ है, जिसमें 3 सिविलियन पोर्टर की मौत हो गई है और 5 जवान घायल हो गए हैं. यह घटना उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग के बोटापथरी इलाके के नागिन इलाके में हुई है.
Gulmarg Firing Case: जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग इलाके में गुरुवार को सेना के वाहन पर हमला हुआ है, जिसमें 3 पोर्टर की मौत हो गई और 5 जवान घायल हो गए. यह घटना उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग के बोटापथरी इलाके के नागिन इलाके में हुई है. सेना की यह गाड़ी एलओसी की तरफ जा रही थी, तभी उस पर गोलियां बरसाई गईं.
यह वाहन राष्ट्रीय राइफल्स का था, जो एलओसी से सटे नागिन इलाके में जा रहा था. इस फायरिंग में एक पोर्टर की मौत हो गई. बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है. खासकर गैर-कश्मीरियों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. गुरुवार को ही पुलवामा के त्राल में उत्तर प्रदेश के एक मजदूर को आतंकियों ने गोली मारकर घायल कर दिया.
इससे पहले 20 अक्टूबर को करवा चौथ के दिन आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में एक निर्माणाधीन सुरंग में काम कर रहे मजदूरों पर फायरिंग की थी, जिसमें एक डॉक्टर और 6 मजदूरों समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारियों के मुताबिक, जिले के गुंड इलाके में एक टनल प्रोजेक्ट में काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मी रविवार देर शाम जब अपने शिविर में लौटे तब अज्ञात आतंकवादियों ने उनपर हमला कर दिया था. उन्होंने बताया था कि आतंकवादियों ने मजदूरों के समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें स्थानीय और बाहरी लोग दोनों शामिल थे. माना जाता है कि आतंकवादियों की संख्या कम से कम दो थी.
गांदरबल हमले के अगले दिन सुरक्षा बलों ने सोमवार को क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया. साथ ही एनआईए अधिकारियों ने घटनास्थल से सबूत जमा किए हैं. अधिकारियों ने बताया कि सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के जवान कश्मीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर हुए सबसे घातक हमलों में शामिल आतंकवादियों और उनके सहयोगियों का पता लगाने के लिए निर्माण स्थल के आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान जारी है. एक अधिकारी ने कहा था, 'अभी तक गिरफ्तारी के मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है, लेकिन हमें कुछ सुराग मिलने की उम्मीद है, जिससे हम हमले में संलिप्त आतंकवादियों तक पहुंच सकेंगे.'