नई दिल्ली: भारतीय ​विदेश मंत्री एस जयशंकर (S.Jaishankar) विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चार दिवसीय मॉस्को (Moscow) यात्रा पर हैं. चीन (China) के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा है कि रूस, भारत और चीन (RIC) के विदेश मंत्री मॉस्को में मुलाकात करेंगे.


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इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) आज तीन बार एक दूसरे से मिलेंगे. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की ये मुलाकात तब हो रही जब पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति है. 


विदेश मंत्री एस जयशंकर आज सबसे पहले चीनी समकक्ष वांग यी से शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन की विदेश मंत्रियों की बैठक में मिलेंगे. इसके बाद लंच मीट पर भी भारत, चीन और रूस के विदेश मंत्री होंगे. इसके बाद शाम को भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच एक द्विपक्षीय बैठक होगी. शाम को होने वाली मुलाकात दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच मई में एलएसी पर शुरू हुए तनाव के बाद पहली व्यक्तिगत मुलाकात होगी.


चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता झाओ लिजियन ने बताया कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) भी एससीओ के संबंधित सदस्य राज्यों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. साथ ही वह आरआईसी के विदेश मंत्रियों के लिए आयोजित औपचारिक लंच में हिस्‍सा लेंगे. 


RIC के तय नियमों के तहत इन तीनों देशों के विदेश मंत्री द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अपने अंतरराष्ट्रीय हितों पर चर्चा करने के लिए समय-समय पर मुलाकात करते हैं.


हालांकि झाओ ने कहा कि उन्हें आरआईसी के विदेश मंत्रियों की बैठक के समय के बारे में पता नहीं है. 


बता दें कि एससीओ की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान द्वारा की गई थी.


इसमें भारत और पाकिस्तान को 2005 में समूह के पर्यवेक्षकों के रूप में स्‍वीकार  किया गया था. बाद में 2017 में दोनों देशों को ब्लॉक के पूर्ण सदस्यों के रूप में स्‍वीकृति दी गई.


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