Rajasthan viral marriage story: भारत-पाकिस्तान की सरहदों पर लाख कड़वाहट के बीच आज भी दोनों देशों के नागरिकों के दिलों के तार कहीं न कहीं आपस में जुड़े हैं. कुछ रिश्ते तो इतने गहरे हैं कि आज भी यहां बहन और बेटियों की शादी का सिलसिला रुका नहीं है. ऐसी ही एक शादी की चर्चा देशभर में हो रही है. यहां बात जोधपुर के मुजिम्मल खान की जिसकी शादी इसी साल की 2 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पाकिस्तान की रहने वाली उरुज फातिमा से हुई थी. सरहद की बंदिशों के चलते भारत की बहू बनी पाकिस्तानी दुल्हन दरअसल कई महीनों बाद आखिरकार अब जाकर अपनी ससुराल जोधपुर (Jodhpur) पहुंच सकी है. 


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138 दिन बाद हुआ पिया से मिलन


उरुज फातिमा अपने निकाह के 138 दिन बाद अपने शौहर के पास जोधपुर पहुंची है. पाकिस्तानी दुल्हन का पति जोधपुर की एक निजी कंपनी में ड्राइवर है. घर में बहू के आने से खुशियों का माहौल है. लंबे इंतजार के बाद मुजिम्मल खान की ऑनलाइन शादी अब उसकी दुल्हन के आने के बाद मुकम्मल हुई तो परिवार में जश्न और बधाइयों का सिलसिला भी जारी है. पाकिस्तान से दुल्हन की विदाई यानी भारत लाने में इतनी देरी क्यों हुई इसकी वजह देर से वीजा मिलना बताई गई है.


केंद्रीय मंत्री को दिया दुल्हन लाने का श्रेय 


दूल्हे के दादा भालेह खान ठेकेदारी का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मदद से दुल्हन अपनी ससुराल भारत आ पाई है. उन्होंने बताया कि वीजा मिलने में 7 से 8 महीने लग जाते है और कई तरह की जांच प्रकिया से गुजरना पड़ता है. ऐसे में मंत्री शेखावत से मुलाकात करके गुहार लगाई तो उनकी मदद से जल्द ही वीजा मिल गया. 


उन्होंने ये भी कहा, 'पोते का रिश्ता पाकिस्तान में किया था लेकिन ट्रेन बंद होने की वजह से वहां नहीं जा पा रहे थे. इसलिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों का निकाह हुआ और अब वीजा मिलने के बाद दुल्हन भारत आ सकी है.'


उन्होंने ये भी कहा कि घर की बहू भारत पहुंचकर बेहद खुश है. इस शादी के बाद अब मोहल्ले के कुछ और लोग भी इस तरह ऑनलाइन निकाह कराने के बाद दुल्हन को घर लाने की सोच रहे हैं.