Abhinit Maurya: UP के लाल ने माउंट एल्ब्रुस पर गाड़ा झंडा, सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा लहराने के बाद भारत की जय-जय
India on Mount Aburels, Abhinit maurya: `जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फ़िजूल हैं कद आसमान का`. इन पंक्तियों को एक बार फिर चरितार्थ किया है. यूपी के लाल अभिनित मौर्या ने जिसने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया तो न सिर्फ यूरोप बल्कि पूरी दुनिया में भारत की जय-जय हो गई.
Mount Elbrus, Abhinit Maurya: भारत में उभरती प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. अपने बुलंद हौंसलों के दम पर हिंदुस्तानी आज हर जगह भारत की शान ऊंची करने के साथ देशभर के लोगों को गौरवांवित महसूस करा रहे हैं. ताजा मामले में यूपी के हरदोई जिले की ग्राम पंचायत आंट-सांट के निवासी पर्वतारोही अभिनीत मौर्य ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (Mount Elbrus) पर तिरंगा फहराकर इतिहास रच दिया है. अभिनीत ने अपने अभियान को 22 अगस्त सुबह 6 बजे 8 मिनट पर पूरा किया और इस तरह उन्होंने यूरोप में भारत का झंड़ा गाड़ते हुए वहां के लोगों को अपनी काबिलियत का लोहा मनवा दिया.
प्रदेश में जश्न का माहौल-डिप्टी सीएम ने दी बधाई
आपको बताते चलें कि माउंट एल्ब्रुस की ऊंचाई 18510 फीट है. ये यूरोप की सबसे ऊंची चोटी है. अभिनीत को इसकी चढ़ाई में 10 दिन लग गए. इस अभियान के तहत उन्होंने देश की आन-बान-शान तिरंगा को 22 अगस्त सुबह 6 बजकर 8 मिनट पर इस पर्वत श्रंखला की चोटी पर फहरा दिया. इस कामयाबी की खबर मिलते ही परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. प्रदेश की उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है.
कैसे मिली कामयाबी?
अभिनीत 14 अगस्त की सुबह अपने गाइड के साथ इसकी चढ़ाई पर निकले. उनके साथ जापान और थाईलैंड सहित कई अन्य देशों के आठ पर्वतारोही भी थे. चढ़ाई के दौरान कई बार मुश्किलों ने रास्ता रोका. लेकिन इस युवा ने हिम्मत नहीं हारी और आगे बढ़ते रहे.
21 अगस्त को फाइनल चढ़ाई के लिए टेंट से निकलने तो थोड़ी देर में ही बर्फीले तूफान से घिर गए. तूफान शांत हुआ तो तापमान माइंस 25 डिग्री था. ऐसी चुनौतियों के बीच भारत माता के इस लाल ने देश का नाम रोशन कर दिया.