Indian Navy: डिफेंस में स्वदेशी का सपना! इंडियन नेवी पहली बार इस्तेमाल करेगी देश में पूरी तरह बना बारूद
Atmanirbhar Bharat: रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का देश का सपना साकार होता दिख रहा है. इंडियन नेवी (Indian Navy) आजादी के 75 साल बाद पहली बार देश की एक प्राइवेट कंपनी में बना 100 प्रतिशत स्वदेशी गोला-बारूद इस्तेमाल करेगी.
Made In India: इंडियन नेवी (Indian Navy) पहली बार भारत (India) की एक प्राइवेट कंपनी में बना 100 प्रतिशत स्वदेशी 30 मिमी हाई विस्फोटक बंदूक गोला-बारूद का इस्तेमाल करेगी. बता दें कि इस गोला-बारूद का प्रोडक्शन सोलर ग्रुप की नागपुर (Nagpur) की इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड ने किया है. इसे भंडारा ऑर्डनेंस फैक्ट्री की मदद से 12 महीनों के अंदर टेस्ट और वितरित किया गया. भारत के लिए ये गर्व की बाद है कि डिफेंस के क्षेत्र में भी स्वदेशी का सपना पूरा हो रहा है.
इंडियन नेवी को डिलीवर किया गया गोला-बारूद
बता दें कि सोलर ग्रुप (Solar Group) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (CMD) सत्यनारायण एन. नुवाल ने बारूद की पहली खेप वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमडे, वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टाफ को सौंपी. रक्षा अधिकारी ने कहा कि यह पहली बार है कि सेवाओं ने एक भारतीय प्राइवेट कंपनी के साथ पूर्ण बंदूक गोला-बारूद की डिलीवरी के लिए एक निर्देश दिया है, जिसे 1 साल के अंदर डिलीवर किया गया.
आत्मनिर्भर भारत का सपना हो रहा पूरा
जान लें कि इसमें इंडियन नेवी ने ड्राइंग, डिजाइन स्पेसिफिकेशन, निरीक्षण उपकरण, सबूत और गोला-बारूद के टेस्ट को अंतिम रूप देने के माध्यम से तकनीकी मदद दी है. इसके साथ, भारतीय नौसेना ने 30 मिमी हाई विस्फोटक बंदूक गोला-बारूद के लिए आपूर्ति का एक वैकल्पिक स्रोत कामयाबी से विकसित किया है, जो आत्मनिर्भर भारत नीति के हिस्से के रूप में स्वदेशी रूप से बनाया गया है.
डिफेंस के क्षेत्र में आगे निकलेगा भारत
गौरतलब है कि साल 1995 में स्थापित सोलर ग्रुप औद्योगिक विस्फोटक खंड में प्रमुख प्लेयर्स में से एक है और इसने डिफेंस के क्षेत्र में भी कदम रखा है.
(इनपुट- आईएएनएस)
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