IPS Jaspreet Singh West Bengal: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुई घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. संदेशखाली कांड (Sandeshkhali Incident) के आरोपी शाहजहां शेख (Shah Jahan Sheikh) को पकड़ने और सजा दिलाने की मांग विपक्षी पार्टियां लगातार कर रही हैं. बीजेपी भी संदेशखाली मामले में पश्चिम बंगाल में प्रदर्शन कर रही है. बीजेपी नेता बार-बार संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से मिलने की कोशिश में हैं. इस बीच, कई बार उनकी पुलिस से भी बहस हुई है. कई बीजेपी नेता हिरासत में भी लिए गए हैं. इन सबके बीच, आईपीएस अफसर जसप्रीत सिंह (Jaspreet Singh) का नाम भी खूब चर्चा में हैं, क्योंकि उन्होंने आरोप लगाया है कि ड्यूटी के दौरान बीजेपी नेताओं ने उन्हें खालिस्तानी कहा. इसको लेकर उनकी बहस भी हुई. आइए जानते हैं कि आईपीएस अफसर जसप्रीत सिंह कौन हैं?


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कौन हैं जसप्रीत सिंह?


बता दें कि जसप्रीत सिंह पश्चिम बंगाल कैडर के 2016 बैच के आईपीएस अफसर हैं. वह इस वक्त इंटेलिजेंस ब्रांच में स्पेशल सुपरिटेंडेंट के पद पर तैनात हैं. जसप्रीत सिंह को जब कथित तौर पर खालिस्तानी कहा गया तो उन्होंने उसका जवाब देते हुए कहा कि मैं इसपर एक्शन लूंगा. मैं यहां किसी के धर्म के बारे में बात नहीं कर रहा हूं. तो आप लोग मेरे धर्म के बारे में क्यों कह रहे हो?


किन पदों पर कर चुके हैं जसप्रीत सिंह?


जान लें कि इससे पहले जसप्रीत सिंह इस्लामपुर के एसपी थे. वह सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टास्क फोर्स में भी काम कर चुके हैं. जसप्रीत सिंह बिधाननगर जोन में डिप्टी कमिश्नर भी थे. इसके अलावा जसप्रीत सिंह रायगंज में एडिशनल एसपी भी रह चुके हैं.


जसप्रीत सिंह को मिला ममता का साथ


गौरतलब है कि आईपीएस जसप्रीत सिंह और बीजेपी नेताओं के बीच जो बहस हुई थी, उसका वीडियो सीएम ममता बनर्जी ने भी अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से शेयर किया है. ममता बनर्जी ने बीजेपी पर बांटने की राजनीति करने का आरोप भी लगाया है.


संदेशखाली में क्या हुआ है?


बता दें कि संदेशखाली की महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप के मुताबिक, इमरान शेख ने संदेशखाली की कई महिलाओं का शोषण किया है. महिलाओं को पार्टी ऑफिस आने के लिए मजबूर किया जाता था. वहां उनके साथ यौन शोषण होता था. इमरान शेख और उसके गुर्गों ने इन महिलाओं की जमीन पर भी कब्जा किया है.