चंपत राय के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं इकबाल अंसारी, कही ये बड़ी बात
मस्जिद की पैरोकारी करने में अपनी उम्र बिता देने वाले अंसारी ने कहा कि `जहां तक सवाल है चंपत राय की बात का तो साधु समाज के पास गुस्सा नहीं आशीर्वाद होना चाहिए.` लोग धर्म के दायरे में रहकर काम करें ऐसे लोगों को ईश्वर भी पसंद करते हैं.
अयोध्या : बाबरी मस्जिद (Babri Mosque) के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी भी राम जन्मभूमि ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के महामंत्री चंपत राय (Champat Rai) के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं. इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) का कहना है की अयोध्या एक धार्मिक स्थल है और यहां जो भी धर्म-कर्म की नियत से आता है उसे कोई रोक नहीं सकता है. उन्होने अपील करते हुए कहा कि यहां आने वाले लोग अच्छा काम करें और संतों का भी ध्यान रखें.
'संत से आशीर्वाद की अपेक्षा'
मस्जिद की पैरोकारी करने में अपनी उम्र बिता देने वाले अंसारी ने कहा कि 'जहां तक सवाल है चंपत राय की बात का तो साधु समाज के पास गुस्सा नहीं आशीर्वाद होना चाहिए.' लोग धर्म के दायरे में रहकर काम करें ऐसे लोगों को ईश्वर भी पसंद करते हैं. जहां तक संविधान की बात है तो हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई सभी के साथ एक जैसा बर्ताव होना चाहिए.
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विहिप के बयान का खंडन
आपको बताते चलें कि राम मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने विहिप के उस बयान का खंडन किया था जिसमें कहा गया था कि यदि उद्धव ठाकरे अयोध्या आएंगे तो संत समाज अगर उनको रोकेगा तो विहिप संत समाज के साथ खड़ा रहेगा.
चंपत राय का कहना है की यह अधिकृत बयान नहीं है और किसी को अयोध्या आने से रोका नहीं जा सकता है. रही बात उद्धव ठाकरे (Uddhav Thakrey) की तो ऐसा कोई नहीं है जो उद्धव ठाकरे को रोक सके. चम्पत राय ने कहा कि यह सब निरर्थक बातें हैं और ऐसी बातों से बचा जाना चाहिए.
संत समाज में एक राय नहीं
एक तरफ संत समाज चंपत राय के साथ हैं वहीं मंदिर के पुजारी राजू दास चंपत राय के इस बयान के विरोध में है.
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