Iran President News: हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. राष्ट्रपति रईसी रविवार को पूर्वी अजरबैजान प्रांत से एक बांध का उद्घाटन कर वापस लौट रहे थे तो इसी दौरान हेलीकॉप्टर क्रेश हो गया था. रईसी की मौत को फिलहाल हादसा माना जा रहा है. लेकिन इस पर अब सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं कि रईसी की हत्या हुई है या हादसे की वजह से उनकी मौत हुई है.


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क्यों उठ रहे हैं सवाल?


63 साल के रईसी पूर्वी अजरबैजान में एक बांध का उद्घाटन करने गए थे. इस उद्घाटन के बाद वो तबरेज शहर की ओर जा रहे थे. तभी उनका हेलीकॉप्टर शाम 7.30 बजे लापता हो जाता है. रईसी का हेलीकॉप्टर उस फ्लीट का हिस्सा था जो राष्ट्रपति के काफिले में शामिल था. इस फ्लीट में कुल तीन हेलीकॉप्टर थे. जिनमें से दो सुरक्षित वापस लौट आए. 


अब सवाल यह उठ रहा है कि अगर मौसम इतना ही खराब था तो पायलट ने हेलीकॉप्टर को आगे बढ़ाने का फैसला क्यों किया? एक सवाल यह भी है कि फ्लीट में शामिल जब दो हेलीकॉप्टर सुरक्षित वापस आ गए तो राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर कैसे फंसा रह गया. हालांकि, इसकी संभावना है कि दुर्घटना खराब मौसम की वजह से ही हुई हो, लेकिन साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.


सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि ये हादसा अजरबैजान के दौरे के दौरान हुआ. साथ ही हेलीकॉप्टर क्रैश साइट भी अजरबैजान बॉर्डर ही है. वर्तमान में अजरबैजान और इजरायल में काफी करीबी रिश्ते बताए जाते हैं. इतना ही नहीं हाल में ईरान पर हमले के लिए इजरायल द्वारा अजरबैजान की जमीन का इस्तेमाल करने की भी बात सामने आई थी. अजरबैजान का इजराइल के साथ काफी इंटेलिजेंस कम्युनिकेशन है. दोनों एक दूसरे से इंटेलिजेंस भी शेयर करते रहते हैं. अजरबैजान की इजराइल से काफी मदद मिलती रही है. खासकर जब उसकी अर्मेनिया से लड़ाई हुई तो इजराइल उसके साथ खड़ा था.


रईसी की मौत का क्या है 'परमाणु कनेक्शन'


रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान परमाणु हथियार बना रहा था. ईरान के इस परमाणु मिशन से अमेरिका नाराज था. परमाणु कार्यक्रम के कारण अमेरिका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हुए थे. ईरान जल्द ही परमाणु परीक्षण करने की तैयारी में था. ईरान का परमाणु संपन्न होना अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए बड़ा खतरा बन सकता था. अमेरिका और पश्चिमी देश आमतौर पर इजरायल को समर्थन करते रहे हैं. हालिया इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध में भी अमेरिका ने खुले तौर पर इजरायल का समर्थन किया था. 


हाल ही में इजरायल और ईरान के बीच तनाव इस कदर बढ़ गया था कि ईरान ने इज़रायल पर 350 ड्रोन और मिसाइल से हमला कर दिया था. राष्ट्रपति रईसी का इस हमले के फैसले में बड़ा योगदान था. इतना ही नहीं वो खुलेआम इजरायल को बर्बाद करने की धमकी भी देते रहते थे. ऐसे में रईसी की हत्या के पीछे साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. हालांकि, इस हादसे पर इजराइल पूरी बारीकी से नजर रख रहा है और इस घटना पर कुछ भी टिप्पणी करने से बच रहा है. अभी तक उसका कोई औपचारिक बयान भी सामने नहीं आया है.