नई दिल्ली: हाल ही में स्पेशल सेल ने आतंकियों के बड़े मॉड्यूल को दिल्ली और अन्य राज्यों से गिरफ्तार किया था. इन आतंकियों ने पूछताछ में पाकिस्तान और आईएसआई (Pakistan-ISI) की साजिश का भी खुलासा किया था, लेकिन पहली बार आईएसआई की नई प्लानिंग (ISI Planning agaisnt India) सामने आई है, जिसको खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट के जरिए शेयर किया है.


इंटेलिजेंस एजेंसी ने जारी किया अलर्ट


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Zee News के पास आईएसआई (ISI) और अंडरवर्ल्ड (Underworld) के टेरर मोडयूल का मास्टर प्लान है, जिससे पता चला है कि आईएसआई विमान सेवा रोकने के लिए साइबर अटैक की साजिश रच रहा है. इसके अलावा फावर ग्रिड समेत हिंदू नेताओं को निशाना बनाया जा सकता है. इसको लेकर इंटेलिजेंस एजेंसी ने अलर्ट जारी किया है.


भारत के खिलाफ बड़ी साजिश के 5 मास्टर प्लान


1. आईएसआई की साजिश का पहला खुलासा-


अलर्ट के मुताबिक आईएसआई (ISI) भारत में विमान सेवा को निशाना बनाने के लिए साइबर अटैक की साजिश रच रहा है. एटीसी रूम (Air Traffic Control Room) में मौजूद किसी शख्स को पेनड्राइव में एक ऐसा सॉफ्टवेयर दिया जाएगा, जब वो पेनड्राइव से सिस्टम में डालेगा, तभी ATC काम करना बंद कर देगा ओर पूरा सिस्टम डिस्टर्ब हो जाएगा. इसके कारण बड़े पैमाने पर एयरप्लेन क्रैश हो सकते हैं.


2. आईएसआई की साजिश का दूसरा खुलासा-


आईएसआई अपनी सजिश में आरएसएस (RSS) की शाखा, हिंदू धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक सभाओं पर भी हमले की योजना बना रहा है.


3. आईएसआई की साजिश का तीसरा खुलासा-


पटना में महात्मा गांधी सेतू, पुल, रेलवे ट्रैक आदि आतंकियों के राडार पर है, जिससे कनेक्टिविटी को रोका जा सके.


4. आईएसआई की साजिश का चौथा खुलासा-


आईएसआई पावर ग्रिड को भी फेल करने की योजना बना रहा है, जिससे बिजली संकट पैदा हो सके और और देश में ब्लैक आउट हो जाए.


5. आईएसआई की साजिश का पांचवां खुलासा-


आईएसआई (ISI) के निशाने पर Right विंग के नेता और बड़े चेहरे हैं. इसके अलावा इस्लाम के विरोध में बोलने वाले भी आईएसआई की हिट लिस्ट में हैं.


मंसूबों को नाकाम करने के लिए एजेंसियों ने की प्लानिंग


सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान और आईएसआई (Pakistan-ISI) के इन मंसूबों को नाकाम करने के लिए प्लानिंग की है. खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद एटीसी, पुलों, डैम, डिपो और गोदामों जैसे प्रमुख जगहों में ड्यूटी पर तैनात स्टाफ के प्रोफाइल को जांच करने के लिए कहा गया है. सुरक्षा एजेंसियों ने उन लोगों पर भी कड़ी नजर रखने के लिए कहा है, जिन्हें खाड़ी देशों से डिपोर्ट किया गया है या जो पहले अंडरवर्ल्ड से जुड़े थे. क्योंकि आईएसआई (ISI) इस तरह के आतंकी हमलों के लिए फाइनेंशियल मदद, विस्फोटक और लॉजिस्टिक्स मुहैया कराने के लिए अंडरवर्ल्ड के ऐसे लोगों का इस्तेमाल कर सकता है.


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