ISI की ग्लाइडर वाली साजिश! जैश-लश्कर के 8000 आतंकियों को कश्मीर में घुसाने की तैयारी
ISI Conspiracy To Infiltrate Terrorists In Kashmir: तालिबान की मदद के लिए करीब 8 हजार आतंकी पाकिस्तान से अफगानिस्तान गए थे. खुफिया एजेंसियों को शक है कि इन आतंकियों की PoK के रास्ते कश्मीर में घुसपैठ कराई जा सकती है.
श्रीनगर: खुफिया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) और इंटरनेशनल बॉर्डर (IB) के पास बने लॉन्च पैड पर ग्लाइडर के जरिए आतंकी और विस्फोटक जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भेजने की नापाक साजिश रची जा रही है. साथ ही ISI आतंकियों को सिंगल राइडर वाले ग्लाइडर मुहैया करा रही है. इन ग्लाइडर के जरिए 20 किलोग्राम तक विस्फोटक और हथियारों को भेजने की तैयारी की जा रही है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, लॉन्चिंग पैड से लॉन्च किए जाने वाले ये ग्लाइडर 600 मीटर से लेकर 1200 मीटर तक अंदर दाखिल हो सकते हैं. ISI आतंकियों को जो ग्लाइडर मुहैया करा रही है वो 50 से 100 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं.
कश्मीर में आतंकियों को घुसाने की साजिश
गौरतलब है कि ड्रोन के जरिए हथियारों को भेजने की साजिश के बाद अब ग्लाइडर्स के इस्तेमाल की खुफिया जानकारी मिली है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान (Taliban) की मदद के लिए पाकिस्तान (Pakistan) से गए लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के 8,000 से ज्यादा आतंकियों को PoK के आतंकी कैंप में रुकवाने के इंतजाम किया गया था. खुफिया एजेंसियों को शक है कि इन आतंकियों को PoK के रास्ते से कश्मीर में घुसाया जा सकता है.
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मुजफ्फराबाद में आईएसआई और आतंकियों की बैठक
इसके अलावा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आंतकियों को PoK के मुजफ्फराबाद में हुई बैठक में निर्देश दिए कि किसी भी आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने से बचें. अलग-अलग नाम से आतंकी संगठन बनाकर कश्मीर में सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों समेत आम लोगों पर भी हमले करें. दरअसल पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की कार्रवाई से बचना चाहता है इसीलिए आईएसआई ने आंतकियों को ये निर्देश दिए हैं.
जैश-लश्कर के आतंकियों को आईएसआई के निर्देश
खबर है कि आईएसआई ने आतंकी गुटों को कश्मीर के करीब 200 लोगों की लिस्ट दी है. आतंकी संगठन पत्रकारों को भी निशाना बना सकते हैं. मुजफ्फराबाद में हुई आईएसआई की बैठक में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 200 आतंकी शामिल हुए थे.
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