Reaction of India EU and UN on the Conflict: इजरायल- हमास के बीच भड़के संघर्ष के बाद दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में बने इजरायली दूतावास और चाबड़ हाउस के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है. सुरक्षा से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक नई दिल्ली में इजराइली दूतावास और मध्य दिल्ली के चांदनी चौक स्थित चाबड़ हाउस के आसपास तैनात स्थानीय पुलिस को कड़ी निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. फलस्तीनी आतंकी समूह की ओर से इजरायल पर अचानक किए गए हमले में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और सैकड़ों ही घायल हुए हैं. वहीं, इजराइल की भीषण जवाबी कार्रवाई में भी गाजा पट्टी क्षेत्र में सैकड़ों फलस्तीनी मारे गए हैं और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इजरायल के खिलाफ अभियान जारी- फिलीस्तीन


आतंकी संगठन हमास (Israel Hamas War Latest Updates) की ओर से इजरायल के सैकड़ों नागरिकों की बर्बर हत्या के बावजूद फिलीस्तीन की सरकार हमास के साथ खुलकर खड़ी है. भारत में तैनात फिलिस्तीन के राजदूत अदनान अबू अल-हैजा ने इस हमले में हमास की भूमिका की निंदा करने से इनकार कर दिया. साथ ही कहा कि जब तक पूर्वी यरुशलम को राजधानी बनाकर फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना नहीं की जाती, तब तक उनका संघर्ष हमेशा जारी रहेगा. अदनान अबू अल-हैजा ने हमास के हमलों के पीछे "ईरान का हाथ" होने के इजरायल के दावों का भी खंडन किया. 


अपने फैसले से क्यों पलटा ईयू?


इसी बीच इजरायल पर आतंकी हमले के फिलस्तीन (Israel Hamas War Latest Updates) को सभी तरह की आर्थिक मदद सस्पेंड करने की घोषणा करने वाला यूरोपीय कमीशन (EU) अपने फैसले से पलट गया है. यूरोपीय आयोग की ओर से सोमवार देर रात जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा गया, ‘फिलहाल भुगतान को लेकर कोई निलंबन नहीं होगा. हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमलों के मद्देनजर वह इस तरह की सहायता की तत्काल समीक्षा करेगा. ’ इससे पहले ईयू के आयुक्त ओलिवर वरहेली वरहेली ने हमास द्वारा इजराइल पर हमले को आतंक और क्रूरता करार देते हुए सोमवार को कहा था कि यूरोपीय संघ ने फलस्तीनियों को सभी भुगतान तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए हैं. अभी यह नहीं बताया गया है कि यह घोषणा क्यों पलटी गई. 


UN ने जताई चिंता


वहीं संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) ने हमास के हमलों के बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई के मद्देनजर फलस्तीनी इलाकों में आम नागरिकों और मानवीय आवश्यकताओं को लेकर चिंता व्यक्त की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा, मुझे फिलीस्तीन के लोगों की पीड़ा की जानकारी है लेकिन इजरायल में जिस तरह हमास ने आतंकी हमला किया और बेगुनाहों को बर्बरता के साथ मारा, उसे कतई सहन नहीं किया जा सकता. उन्होंने इजरायल और गाजा में आम नागरिकों को बचाने का आह्वान किया और साथ ही हमास की ओर से आम नागरिकों को बंधक बनाए जाने की निंदा की. उन्होंने और कई निर्दोष लोगों की जान जाने की आशंका जताई.


(एजेंसी इनपुट भाषा)