Israel on Lakshadweep Against Maldives: चीनी आकाओं के इशारे पर अपने सबसे बड़े मददगार भारत के खिलाफ आग उगल रहे मालदीव की अकड़ ढीली करने का काम शुरू हो गया है. पीएम मोदी पर मुइज्जू सरकार के 3 मंत्रियों की अभद्र टिप्पणी पर सोशल मीडिया में बॉयकॉट मालदीव का अभियान तेजी से जोर पकड़ा रहा है. इसके चलते सैकड़ों लोग अब तक मालदीव ट्रिप को कैंसल करने का ऐलान कर चुके हैं, जिससे पर्यटन पर आधारित वहां की इकोनॉमी के ढ़हने का खतरा बढ़ गया है. अब इजरायल भी मालदीव की अक्ल ठिकाने के लिए भारत के साथ खड़ा हो गया है. इजरायल के दूतावास की ओर से लक्षदीप में टूरिज्म बढ़ाने के लिए एक ऐसी बड़ी घोषणा की गई, जिससे मालदीव बुरी तरह हिल जाएगा.


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9 जनवरी से प्रोजेक्ट पर काम


इजरायल दूतावास ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके लिखा, 'हम भारत सरकार के अनुरोध पर पिछले साल लक्षद्वीप में थे. भारत सरकार ने लोगों को पीने का साफ पानी मुहैया करवाने के लिए समुद्र के खारे पाने को मीठे पाने में बदलने की तकनीक लक्षद्वीप में लगाने का आग्रह किया था. हम इस प्रोजेक्ट पर 9 जनवरी यानी मंगलवार से काम शुरू करने वाले हैं.'



लक्षद्वीप के खूबसूरत बीच का लें आनंद


मालदीव को साफ तौर पर इशारा करते हुए इजरायली दूतावास ने कहा, 'जिन लोगों ने लक्षद्वीप के खूबसूरत बीचों और अंडरवाटर ब्यूटी को अब तक एक्सप्लोर नहीं किया है, उनके लिए हम यहां पर लक्षद्वीप की कुछ खूबसूरत फोटोज दिखा रहे हैं. #ExploreIndianIslands'


पीएम मोदी के दौरे से चिढ़ा मालदीव


बताते चलें कि पीएम मोदी 4 जनवरी को लक्षद्वीप के दौरे पर पहुंचे थे. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करके लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें शेयर की थी. साथ ही लिखा था, ‘जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, उन्हें लक्षद्वीप को अपनी ट्रैवल लिस्ट में जरूर शामिल करना चाहिए. मैंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की. यह कितना उत्साहजनक अनुभव था.'



'पीएम मोदी इजरायल की कठपुतली'


पीएम मोदी की यह पोस्ट वायरल हो गई थी. काफी सारे इंटरनेट यूजर ने पीएम की पोस्ट पर रिएक्शन देते हुए लक्षद्वीप को मालदीव का वैकल्पिक पर्यटन स्थल कहा था. इन टिप्पणियों से मालदीव सरकार के कई मंत्री और नेता चिढ़ गए थे और उन्होंने पीएम मोदी के दौरे पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी. एक महिला मंत्री ने पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे को बेकार बताते हुए उन्हें 'इजरायल की कठपुतली' कहा.


भारतीय इंटरनेट यूजर ने लगा दी क्लास


वहीं एक मंत्री जाहिद रमीज ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, अच्छा कदम है लेकिन हमसे प्रतियोगिता करने का विचार भ्रम के अलावा कुछ नहीं है. वे हमारे जैसी सुविधाएं कैसे दे पाएंगे. उनके कमरों से गंध आती है. वे इतने साफ कैसे हो सकते हैं. मालदीव के नेताओं की यह टिप्पणियां वायरल हो गई, जिसके बाद गुस्साए भारतीय इंटरनेट यूजर ने उनकी जमकर क्लास लगा दी.


ढह जाएगी मालदीव की अर्थव्यवस्था?


उन्होंने सोशल मीडिया पर बॉयकाट मालदीव और एक्सप्लोर इंडियन आईलैंड ट्रेंड शुरू कर दिया. यह ट्रेंड शुरू होने के बाद सैकड़ों लोग अब तक अपने मालदीव ट्रिप को कैंसल कर चुके हैं. अपनी पर्यटन पर आधारित अर्थव्यवस्था के ढहने से घबराई मुइज्जू सरकार विवादित टिप्पणियां करने वाले अपने तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर चुकी है. अब मालदीव को सबक सिखाने के लिए इजरायल भी खुलकर भारत के साथ खड़ा हो गया है.


लक्षद्वीप में आएगी इजरायल की तकनीक


इजरायल समुद्र के किनारे बसा देश है, जिसका अंदरूनी हिस्सा रेतीली मिट्टी वाला है. वहां पर पानी की भारी कमी है. लेकिन इजरायल अपनी देसी तकनीक विकसित करके समुद्र के खारे पानी को मीठे पानी में बदलना सीख लिया है. इसकी मदद से उसने अपनी जमीन के बड़े हिस्से को हरा-भरा बना लिया है. अब भारत भी इजरायल की इस तकनीक के जरिए लक्षद्वीप में मीठे पानी की कमी की समस्या को दूर करना चाहता है. अगर ऐसा होता है तो लक्षद्वीप न केवल टूरिज्म बल्कि डेवलपमेंट के मामले में तेजी से रफ्तार भर सकेगा.