Iran Attack on Israel: ईरान के इजरायल पर मिसाइल अटैक ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है. ईरान ने इस हमले से अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि वह इजरायल से जंग के लिए तैयार है. भारत ने अपने नागरिकों से ईरान की यात्रा करने से बचने की सलाह दी और साथ ही ईरान में रह रहे भारतीय नागरिकों को तेहरान में दूतावास से संपर्क करने की एडवाइजरी भी जारी की. इस बीच शिया धर्म गुरु कल्बे जवाद ने इजरायल के खिलाफ बड़ा बयान दिया है और ईरान के हमले को जायज ठहराया है.


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शिया धर्म गुरु कल्बे जवाद का बड़ा हमला


शिया धर्म गुरु कल्बे जवाद ने कहा कि ईरान ने हमला नहीं किया है बल्कि डिफेंस किया है. इजरायल अब जो करेगा उसे हमला कहा जाएगा. मीडिया पर निशाना साधते हुए कल्बे जवाद ने कहा कि इजरायल एक-एक महीने के बच्चों को नहीं बख्शा और मीडिया उसका (इजरायल) सच उजागर नहीं कर रही.. उसे आतंकवादी नहीं कह रही. इजरायल को सजा मिलनी जरूरी है और इसके लिए पूरी दुनिया को साथ आना चाहिए. 


इजरायल मक्का-मदीना को कब्जाना चाहता है..


उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इजरायल मक्का-मदीना को कब्जाना चाहता है. उसके नक्शे से ये बात साफ जाहिर होती है कि वह मिस्र और सऊदी अरब समेत पांच देशों पर उसकी नजर है.. ग्रेटर इजराइल की योजना बन रही है. ऐसे में हम शांत कैसे रह सकते हैं. शिया धर्म गुरु ने जोर देकर कहा कि इजरायल के खिलाफ सिर्फ ईरान ही शेर की तरह डट कर खड़ा है. ईरान हुसैन की तरह सिर कटा सकता है लेकिन जुल्म के सामने सिर झुका नहीं सकता.


नेतन्याहू ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के मिसाइल हमले का तगड़ा जवाब देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि ईरान ने बड़ी गलती की है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने इस हमले को नाकामी बताते हुए कहा कि ईरान को जल्द ही एक कड़ा सबक मिलेगा, जैसा कि गाजा, लेबनान और अन्य स्थानों पर उनके दुश्मनों को मिला है. जो भी हम पर हमला करेगा, हम उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे.


हमले पर इजरायल का चौंकाने वाला दावा


बता दें कि मंगलवार रात ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइलें दागी. जिसके कारण इजरायली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी, जबकि ईरान में इस पर जश्न मनाया गया. इस हमले में हताहतों की संख्या की जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है. इजरायल ने दावा किया है कि उसने कई मिसाइलों को बीच में ही रोक दिया. जबकि अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी विध्वंसक इजरायल की रक्षा में मदद कर रहे हैं. दूसरी ओर, ईरान का कहना है कि उसकी ज्यादातर मिसाइलें लक्ष्य पर पहुंच गईं.