जम्मू-कश्मीर प्रशासन का बड़ा फैसला, लद्दाख को बनाया अलग संभाग
प्रशासन द्वारा जारी एक आदेश में बताया गया है कि कश्मीर और जम्मू संभाग की तरह अब लद्दाख एक पूर्ण प्रशासनिक और राजस्व संभाग होगा, जहां एक अलग संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक होंगे.
जम्मू: जम्मू कश्मीर प्रशासन ने एक बड़े फैसले में शुक्रवार को लद्दाख के लिए एक अलग संभाग बनाया. यह अभी तक कश्मीर संभाग का एक हिस्सा था. प्रशासन द्वारा जारी एक आदेश में बताया गया है कि कश्मीर और जम्मू संभाग की तरह अब लद्दाख एक पूर्ण प्रशासनिक और राजस्व संभाग होगा, जहां एक अलग संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक होंगे.
इसमें बताया गया,'लद्दाख का गठन एक अलग प्रशासनिक और राजस्व संभाग के तौर पर किया गया है. जम्मू कश्मीर में तीन संभाग जम्मू, लद्दाख और कश्मीर होंगे.'
आदेश में कहा गया है कि प्रशासन ने लेह और करगिल जिलों को मिला कर एक अलग प्रशासनिक और राजस्व संभाग के गठन को मंजूरी दी है. इसका मुख्यालय लेह में होगा.
विभागों के संभागीय स्तर के प्रमुखों के पदों की पहचान करने के लिए योजना, विकास और निगरानी विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में एक समिति के गठन का आदेश भी दिया गया है. इसकी नए संभाग और खासतौर पर उनके स्टाफ पैटर्न, जिम्मेदारियों और इन कार्यालयों के प्रस्तावित स्थानों के लिये जरूरत पड़ सकती है. आदेश में कहा गया है कि इस निर्णय से लद्दाख क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से शासन और विकास की आकांक्षाएं पूरी होंगी.
आदेश पर क्या बोले राजनीतिक दल?
नए संभाग के गठन पर नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि इस साल होने वाले जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह चेनाब घाटी और पीर पंजाल क्षेत्र को संभाग का दर्जा देंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने लेह और करगिल जिलों को मिलाकर लद्दाख क्षेत्र को संभाग का दर्जा दिये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही.
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी नए संभाग का गठन किये जाने के निर्णय का स्वागत किया. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह चेनाब घाटी और पीर पंजाल क्षेत्रों की अनदेखी करने के पीछे की सरकार की मंशा को समझने में विफल हैं क्योंकि वे इलाके भी समान रूप से दूरदराज के क्षेत्र हैं और वहां की आबादी लद्दाख से कहीं अधिक है.
(इनपुट -भाषा)