नई दिल्ली: Manmohan Singh Death: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बीते गुरुवार 26 दिसंबर 2024 को 92 साल की उम्र में निधन हो गया. उनका जन्म साल 1932 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुआ था. सिख परिवार में जन्में मनमोहन सिंह ने देश को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया है. वे पहले सिख हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी मिली थी.
मुश्किलों में की पढ़ाई
मनमोहन सिंह दुनियाभर के सबसे अधिक पढ़े-लिखे प्रधानमंत्रियों में से एक रह चुके हैं. भले ही उनका बचपन अभावों में बीता, लेकिन उन्होंने इसका असर अपनी शिक्षा पर कभी नहीं पड़ने दिया. उन्होंने मीलों पैदल चलकर अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी की. गांव में बिजली न होने के कारण उन्होंने मिट्टी के तेल से जलने वाले लैंप की मदद से पढ़ाई की. बता दें कि मनमोहन सिंह का परिवार जिस जगह में रहा करता था. वह बेहद पिछड़ा इलाका था.
बचे हुए ठंडे पानी से नहाते
मनोमहन सिंह को अर्थशास्त्र के अलावा डॉक्टर ऑफ सिविल लॉ, डॉक्टर ऑफ लॉ और डॉक्टर ऑफ सोशल साइंसेज समेत कई विश्वविद्यालों से डॉक्ट्रेट ऑफ लेटर्स की उपाधि तक मिली है. उन्होंने एक बार 'BBC'के साथ बातचीत में कैंब्रिज में पढ़ाई के दौरान बिताए कुछ लम्हों को याद किया. उन्हें बताया कि वहां पढ़ाई करने के दौरान उन्होंने सिर्फ ठंडे पानी से ही नहाया.
लंबे बालों से शर्माते थे
मनमोहन सिंह बचपन से ही शर्मीले स्वभाव के थे. उन्होंने बताया कि वह अपने लंबे बालों के चलते अक्सर शर्मिंदगी महसूस करते थे. वह कैंब्रिज में इलकौते सिख थे और दूसरे लड़कों को अपने लंबे बाल नहीं दिखाना चाहते थे. इससे बचने के लिए वे अकेले नहाते थे. उन्होंने बताया कि जब गर्म पानी आता था तो सब लड़के एकसाथ कतार में खड़े होकर नहाते थे, लेकिन वह सभी के नहा लेने के बाद ही नहाते थे और तब तक गर्म पानी पूरा खत्म हो जाता था और उन्हें फिर ठंडे पानी से नहाना पड़ता था.
ये भी पढ़ें- 'सत्ता में बैठे लोगों से महात्मा गांधी की विरासत खतरे में': सोनिया गांधी ने भाजपा पर साधा निशाना
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.