Jammu Kashmir Shia Protest on Hassan Nasrallah: लेबनान की राजधानी बेरुत में इजरायली एयरस्ट्राइक में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के मुखिया नसरल्लाह की मौत पर मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में तीसरे दिन भी इजरायल- अमेरिका विरोधी प्रदर्शन देखने को मिले. इलाके में रहने वाले शिया मुसलमानों ने नसरल्लाह की हत्या के विरोध में दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे. बडगाम के साथ ही श्रीनगर के शिया बहुल इलाकों में भी कई जगह विरोध प्रदर्शन किए गए और लोगों ने इजरायल की मौत के नारे लगाए. 


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इसी बीच प्रदेश में हो रहे असेंबली चुनावों में शिया मुसलमानों की सहानुभूति बटोरने के लिए पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती अपने इलेक्शन कैंपेन को वापस लेने की घोषणा कर चुकी हैं. उनके साथ ही श्रीनगर के सांसद और प्रमुख शिया नेता आगा सैयद रूहुल्ला ने भी नसरल्लाह की मौत के विरोध में अपना प्रचार अभियान वापस ले लिया.


नसरल्लाह मुसलमानों के हमदर्द थे- आगा सैयद रूहुल्ला


नेशनल कॉन्फ्रेंस के श्रीनगर सीट से सांसद आगा सैयद रूहुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना अभियान वापस लेने की अपील की. ​​रूहुल्ला ने कहा कि नसरल्लाह मुसलमानों के हमदर्द थे और मुसलमानों पर इजरायल के अत्याचार के खिलाफ लड़ रहे थे.


रुहुल्ला ने ज़ी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि यह दूरी नहीं बल्कि दिलों की बात है. दुनिया में कई लोग फिलिस्तीन के लोगों पर हो रहे अत्याचार के बारे में बात कर रहे हैं. जम्मू कश्मीर के लोग हमेशा फिलिस्तीन के साथ रहे हैं. फिलिस्तीन के प्रतिरोध को बहुत नुकसान हुआ है, उनके साथ एकजुटता दिखाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए हैं. ऐसे में उन्होंने भी अपना प्रचार अभियान बंद करना उचित समझा. उन्होंने दावा किया. मैंने अपने अभियान के जरिए हमेशा कोशिश की है कि कश्मीर फिलीस्तीन न बने.


मोदी सरकार मुसलमानों के खिलाफ- श्रीनगर सांसद


रुहुल्ला ने कहा कि भारत का रुख हमेशा से फिलीस्तीन के पक्ष में और इजरायल के कब्जे के खिलाफ रहा है. भारत की विदेश नीति फिलीस्तीन के समर्थन में रही है लेकिन जब से मोदी सरकार आई है, वो उन सभी चीजों के खिलाफ है जो मुसलमानों के फेवर में है. वे मुसलमानों को अपने वोटों के लिए इस्तेमाल करते हैं. इस बार भाजपा का गठबंधन इजरायल के साथ है. भाजपा उस कार्रवाई का समर्थन कर रही है, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने नरसंहार कहा है.


गिरिराज और असम के मुख्यमंत्री के बयान पर रुहुल्ला ने कहा कि किसी को आतंकवादी कहने का कोई मानक नहीं है. हम फिलिस्तीन के लोगों को जानते हैं और जो उनके नायक हैं, हमें उनकी बात सुननी चाहिए. एनसी नेता ने कहा कि गिरिराज का फिलिस्तीन से कोई लेना-देना नहीं है और असम के मुख्यमंत्री की राजनीति अब ऐसी ही रह गई है.  वे और अधिक मुस्लिम विरोधी दिखना चाहते हैं. रुहुल्लाह ने सवाल उठाया, अगर हम अतीत को देखें तो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को अंग्रेज आतंकवादी कहते थे तो क्या हम उनसे सहमत हो सकते हैं.


नेतन्याहू वास्तव में एक अपराधी- महबूबा मुफ्ती


उधर पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा, 'अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने नेतन्याहू के खिलाफ फैसला सुनाया है. इस (लेबनान में हमले) घटना ने साबित कर दिया है कि वह वास्तव में एक अपराधी है जिसने फिलिस्तीन में हजारों लोगों की हत्या की है और अब लेबनान में भी वही कर रहा है. इसकी जितनी निंदा की जाए कम है.'


पीडीपी प्रमुख ने कहा, 'भाजपा मुझे क्या बताएगी? वे वही हैं जो कठुआ में आठ साल की बच्ची के बलात्कारियों के साथ खड़े थे. वे दोषी आज अपनी सजा काट रहे हैं. बलात्कारियों का समर्थन करने के लिए मुझे उनके दो मंत्रियों को हटाना पड़ा.' उन्होंने कहा, 'वे (भाजपा) फिलीस्तीन के लोगों के लिए नसरल्लाह के लंबे संघर्ष के बारे में क्या जानते हैं? उन्हें देखना चाहिए कि कश्मीर, लखनऊ और देश के अन्य हिस्सों में कितने लोग निकल रहे हैं और शहीद के लिए नारे लगा रहे हैं. उन्हें महसूस करना चाहिए कि उनकी सोच कितनी गलत है.'