जम्मू कश्मीर : स्कूल बस पर पथराव, 2 बच्चे घायल, राजनीतिक दलों ने बताया शर्मनाक
शोपियां में एक स्कूल बस पर पत्थरबाजों के हमले में दो बच्चे घायल हो गए. इस घटना की सभी राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है.
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में बुधवार की सुबह कुछ अराजक तत्वों ने एक स्कूल बस पर पथराव किया, जिसमें दो बच्चे घायल हो गए. यह घटना जावोरा गांव में हुई. घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों ने एक बच्चे को विशेष इलाज के लिए श्रीनगर रैफर कर दिया. घटना के वक्त बस में करीब 50 बच्चे सवार थे और स्कूल जा रहे थे. राज्य की मुख्यमंत्री समेत अन्य दलों ने घटना की कड़ी निंदा की है. उधर, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने बताया कि यह घटना सुबह करीब सवा नौ बजे की है. इस बस में नर्सरी से लेकर 10वीं कक्षा के बच्चे सवार थे. तभी कुछ अराजक तत्वों ने बस को घेर कर उस पर पथराव शुरू कर दिया. इस घटना में दो बच्चे घायल हुए हैं. एक बच्चे के सिर पर पत्थर लगा. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक घायल बच्चा दूसरी कक्षा का छात्र है.
स्कूल बस के ड्राइवर ने बताया कि जैसे ही उसे आभास हुआ कि कुछ गड़बड़ है, उसने बस की स्पीड बढ़ा दी, लेकिन फिर भी पत्थरबाजों ने बस पर हमला कर दिया और बच्चों को चोट आ गई.
इस घटना की सभी तरफ से कड़ी निंदा की जा रही है. घायल बच्चों के अभिभावकों ने इसे मानवता के खिलाफ हरकत बताया है. राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट संदेश में कहा, 'स्कूल की बस पर हमले के बारे में सुनकर अचंभित हूं, गुस्से में हूं, इस शर्मनाक हरकत के लिए ज़िम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.'
उन्होंने कहा कि इस घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं. दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि पत्थरबाजों को राहत दी गई थी कि वो सुधर जाएंगे, लेकिन कुछ लोग इसका अब गलत फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है. एक अन्य ट्वीट में अब्दुल्ला ने कहा, बच्चों पर पथराव से कैसे इन पत्थरबाजों के एजेंडे को बढ़ाने में मदद मिलती है? इस तरह के हमलों की सभी को मिलकर निंदा करनी चहिए.'
राज्य पुलिस प्रमुख एसपी वैद ने इस घटना को पागलपन बताया है. उन्होंने कहा कि अब छोटे-छोटे बच्चों को निशाना बना रहे हैं, जो कि बहुत शर्मनाक है.