Operation langda in uttar pradesh: दिल्ली की राजनीति में अगर अवैध बांग्लादेशी बड़ा मुद्दा हैं. तो यूपी की सियासत में माफियाओं का खात्मा और बदमाशों का एनकाउंटर बड़ा मुद्दा है. इस बीच कहा जा रहा है कि अपने शहर के अपराधियों और बकैतों के दिलों में कानून का खौफ और बदमाशओं की टूटी फूटी और लंगड़ाती हालत देखर जनता खुद को सुरक्षित मानते हुए खुश लग रही है. यहां बात 'ऑपरेशनल लंगड़ा' की जिसकी चर्चा लोगों की जुबान पर है. इसकी वजह ये कि पूर्वांचल के नौ जिलों में चल रहे 'ऑपरेशन लंगड़ा' कंपीटिशन का सालाना रिपोर्ट कार्ड जारी हो गया है.


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अपराधियों को गोली मारने में नंबर 1..जिला जौनपुर


पूर्वांचल में पिछले एक साल में 120 मुठभेड़ हुईं जिसमें 153 बदमाश घायल और चार 4 ढेर हुए. यानी औसतन हर सातवें दिन पुलिस और बदमाशों की भिड़ंत हुई है. जौनपुर की पुलिस..बदमाशों को गोली मारने में पूरे पूर्वांचल में अव्वल है. पूर्वांचल में एनकाउंटर के दौरान जितने बदमाशों को पुलिस की गोलियां लगी हैं. उसमें करीब आधी गोलियां बदमाशों को अकेले जौनपुर पुलिस ने मारी हैं.


'टॉप 3 जिले'


जौनपुर में इस साल अबतक 54 एनकाउंटर में 71 बदमाश घायल हुए और तीन की मौत.


दूसरे नंबर पर आजमगढ़ है. यहां 24 एनकाउंटर में 27 बदमाश घायल हुए हैं.


तीसरे नंबर पर गाजीपुर है जहां 20 एनकाउंटर में 19 बदमाश घायल और 1 बदमाश की मौत.


चौथे नंबर पर मिर्जापुर पुलिस है, जिसने नौ एनकाउंटर में 13 बदमाशों को घायल किया है.


बाकी के पांच जिलों की पुलिस एनकाउंटर के मामले में पीछे रह गई. सोनभद्र पुलिस ने एक साल में एक एनकाउंटर किया और 2 अपराधियों को गोली मारी. इस तरह बलिया पुलिस का एनकाउंटर डेटा जीरो रहा.


इस रिपोर्ट का सार ये कि एनकाउंटर में जितनी गोलियां अकेले जौनपुर पुलिस ने बदमाशों को मारी हैं. उतनी गोलियां उन जिलों की पुलिस ने मिलकर भी नही मारी जो  एनकाउंटर में नंबर टू, नंबर थ्री और नंबर फोर पर रहीं.


हालांकि यूपी में अपराधियों के एनकाउंटर की खबरें लगातार आती है जिसे यूपी पुलिस के ऑपरेशन लंगड़ा का नाम भी दिया गया. और वो इसीलिए क्योंकि यूपी में होने वाले 80 फीसदी एनकाउंटर में यूपी पुलिस की गोली बदमाशों के पैर में लगती है. ऐसे ही एनकाउंटर का कॉंपिटिशन यूपी के अलग-अलग जिलों की पुलिस के बीच लगातार चल रही है. 


बीती रात ही जौनपुर पुलिस ने अपने एनकाउंटर वाले आंकड़ों में एक हाफ एनकाउंटर और जोड़ लिया. जौनपुर पुलिस ने एनकाउंटर में एक गोस्तकर के पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया और उसके पास से एक तमंचा भी जब्त किया.


कासगंज पुलिस ने भी हाफ एनकाउंटर में एक गोतस्कर को पैर में गोली मारकर अरेस्ट किया है । बबलू नाम के इस बदमाश पर 25 हजार रुपये का ईनाम भी था. उसके पास भी एक तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद हुआ है.


मथुरा पुलिस भी एनकाउंटर में पीछे नहीं है. उसने भी पच्चीस हजार रुपये के एक ईनामी गोतस्कर को गोली मारकर गिरफ्तार किया है...और उसके पास से भी एक तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है.


नोएडा में एक मुठभेड़ में पुलिस ने दीपक नाम के बदमाश को गोली मारी है..जो अपने साथी के साथ मिलकर मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम देता था. उसके पास से भी एक तमंचा और कारतूस मिला है.


बदमाशों के एनकाउंटर में लखनऊ पुलिस भी किसी से कम नहीं है । उसने भी लखनऊ के कृष्णानगर इलाके में 25 हजार के ईनामी बदमाश को पहले गोली मारी और फिर पकड़ लिया. बदमाश लियाकत पर 11 साल की बच्ची के साथ रेप का आरोप है.


यूपी में जिस तरह से बदमाशों के पैर में गोली मारने के बाद गिरफ्तार करने का ऑपरेशन चल रहा है. वो यूपी पुलिस की क्राइम कंट्रोल नीति का अहम हिस्सा बन चुका है. और अब यूपी के हर जिले की पुलिस इसमें अपना योगदान देने के लिए सदैव तत्पर नजर आती है.