Exclusive: दक्षिण अफ्रीका के चर्चित गुप्ता ब्रदर्स गुपचुप तरीके से खरीद रहे हैं जेट एयरवेज? खुलासा पार्ट-2
Jet Airways Deal Controversy: दक्षिण अफ्रीका के विवादित गुप्ता ब्रदर्स छिपकर खरीद रहे हैं जेट एयरवेज? घाटे के चलते बंद हो चुकी जेट एयरवेज (Jet Airways) को टेकओवर करने की कोशिशें तेज हो गई हैं. बोली जीतने वाले जालान ग्रुप का मुख्य काम बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का है.
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(अमित प्रकाश/ब्रजेश कुमार)
नई दिल्ली/मुंबई: जेट एयरवेज को खरीदने की बोली लगाने वाले मुरारी लाल जालान के पीछे साउथ अफ्रीका के गुप्ता ब्रदर्स हैं? वो गुप्ता ब्रदर्स जिनके खिलाफ साउथ अफ्रीका में भ्रष्टाचार, घूसखोरी के कई मामले चल रहे हैं और अमेरिका में उनके साथ किसी तरह की बिजनेस डील पर पाबंदी है. Zee News के पहले खुलासे में हमनें आपको बताया था कि
1. मुरारी लाल जालान ने जेट एयरवेज को खरीदने के लिए आधी-अधूरी जानकारी दी है.
2. मुरारी लाल जालान की कुल संपत्ति करीब 1000 करोड़ की है लेकिन वो ऐसी कंपनी खरीद रहे हैं जो बंद होते समय 17000 करोड़ रुपये के बकाये में डूबी थी.
3. मुरारी लाल जालान ने डील के लिए जो दस्तावेज सौंपे हैं उसमें ये नहीं बताया है कि उनके पैसे का सोर्स क्या है.
4. जेट एयरवेज को खरीदने में मुरारी लाल जालान के पीछे अजय, अतुल और राजेश गुप्ता हैं, जिनपर कई मुकदमे चल रहे हैं.
तो क्या मुराली लाल जालान नहीं बल्कि गुप्ता ब्रदर्स खरीद रहे हैं जेट एयरवेज?
मुरारी लाल जालान के भाई विशाल जालान की बेटी शिवांगी की शादी अतुल गुप्ता के बेटे शशांक सिंघल के साथ 2019 में हुई. Zee News के पास जानकारी है कि जालान और गुप्ता परिवार इस वक्त दुबई में हैं. साउथ अफ्रीका में लगे संगीन आरोपों के बाद गुप्ता ब्रदर्स ने 2018 में देश छोड़ दिया था और उसके बाद वो अलग-अलग जगहों पर ठिकाना तलाशते रहे, लेकिन अभी गुप्ता ब्रदर्स उज्बेकिस्तान के ताशकंद में हैं.
मुरारी लाल जालान का परिवार पहले रांची और फिर कोलकाता होते हुए दुबई पहुंचा और अब लंबे समय से वहीं रहकर अलग-अलग देशों में कारोबार करता है.
जालान परिवार की एक कंपनी है एजियोइमेज और गुप्ता ब्रदर्स के बेहद करीबी रिश्तेदार आकाश गर्ग की कंपनी है AGEV इनवेस्टमेंट लिमिटेड. आकाश गर्ग की कंपनी दुबई में बतौर ऑफशोर कंपनी लिस्टेड है. एजियोइमेज और AGEV इनवेस्टमेंट लिमिटेड, ये दोनों कंपनी दुबई से ही अपना बिजनेस चलाती हैं.
जनवरी 2018 में आकाश गर्ग ने पहले अपनी कंपनी AGEV इंवेस्टमेंट की तरफ से 50 लाख डॉलर का लोन मुरारी लाल जालान की कंपनी एजियोइमेज को देने का एग्रीमेंट किया. एग्रीमेंट के मुताबिक पूरी रकम का सालाना ब्याज चार फीसदी दिया जाना था.
हालांकि अगले महीने ही मुरारी लाल जालान ने दूसरे लोन के रूप में 2 करोड़ दिरहम (करीब 54 लाख डॉलर) आकाश गर्ग की कंपनी को दिया. इसके लिए भी सालाना चार फीसदी ब्याज की शर्त रखी गई. लोन एग्रीमेंट के सभी दस्तावेजों पर आकाश गर्ग और मुरारी लाल जालान दोनों के दस्तखत भी हैं.
इसके अलावा उज्बेकिस्तान के एक प्रोजेक्ट में आकाश गर्ग और मुरारी लाल जालान की साझेदारी के भी सबूत Zee News के पास मौजूद हैं. उज्बेकिस्तान में मिनर्वा नॉलेज पार्क है, जिसमें मुरारी लाल जालान और आकाश गर्ग की 50-50 फीसदी की हिस्सेदारी का करार साल 2019 में हुआ था.
गुप्ता ब्रदर्स और जालान परिवार के कारोबारी रिश्ते पर हमने मुरारी लाल जालान का पक्ष जानना चाहा. हमने ये पूछा कि क्या मुरारी लाल जालान के पीछे गुप्ता ब्रदर्स हैं? हमने ये भी जानना चाहा कि दोनों परिवारों के बीच क्या रिश्ता है?
मुराली लाल जालान की तरफ से जवाब दिया गया, 'साउथ अफ्रीका के गुप्ता ब्रदर्स के साथ उनका कोई कारोबारी रिश्ता नहीं है. ऐसे में जालान और उनके कारोबार को गुप्ता परिवार से जोड़ना गलत है. निजी रिश्ते का कारोबारी गतिविधियों से कोई संबंध नहीं है. मुरारी लाल जालान को इसकी कोई जानकारी नहीं है कि गुप्ता ब्रदर्स का भारत में या और कहीं भी, क्या और कैसा कारोबार है. ऐसे में जालान को गुप्ता ब्रदर्स से जोड़ना गलत होगा. हम ये बात जोर देकर कहना चाहते हैं कि गुप्ता ब्रदर्स का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से जेट एयरवेज की डील से कोई लेना-देना नहीं है.'
Zee News के पास जो कागजात और दस्तावेज हैं उससे दोनों परिवारों में कारोबारी रिश्ते को समझना बहुत आसान है.
इस खुलासे के तीसरे भाग में Zee News आपको बताएगा कि गुप्ता ब्रदर्स पर अमेरिका में किसी भी तरह की बिजनेस डील या एग्रीमेंट पर पूरी तरह से प्रतिबंध क्यों लगा है. आखिर जिन गुप्ता ब्रदर्स पर अमेरिका में पाबंदी है वो भारत में जेट एयरवेज की डील पर्दे के पीछे रहकर कैसे कर सकते हैं?