झांसी : उत्तर प्रदेश में कुछ डॉक्टरों की करतूत ने पूरे चिकित्सीय पेशे को शर्मशार करने का मामला सामने आया है. झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज डॉक्टरों ने इलाज के लिए आए एक व्यक्ति के सिर के नीचे उसी का कटा हुआ पैर रख दिया. इस नजारे को देख अस्पताल में मौजूद लोगों के होश फाख्ता हो गए. लोगों ने इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से की. उत्तर प्रदेश प्रशासन ने इस मामले में मेडिकल कॉलेज के कई डॉक्टरों को नर्सों को सस्पेंड कर दिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

स्कूल बस के पलटने से कटा पैर
जानकारी के मुताबिक, झांसी जिले में मऊरानीपुर में शनिवार को एक स्कूल बस पलट गई थी. इस घटना में कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. बस के सहायक धनश्याम का पैर भी बस के नीचे दब कर कट गया. घायल सहायक को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. जब धनश्याम को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया तो वहां तैनात डॉक्टर ने उसका कटा हुआ पैर उसके सिर के नीचे तकिया की तरह लगा दिया. 



तस्वीर सोशल मीडिया पर
अस्पताल में मौजूद कुछ लोगों ने इस घटना की तस्वीर लेकर उसे सोशय मीडिया पर शेयर कर दिया. कुछ ही देर में यह मामला शासन-प्रशासन तक जा पहुंचा. सोशल मीडिया पर लोगों ने डॉक्टरों की इस हरकत पर गंभीर आरोप लगाए. मौके पर पहुंचे हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (सीएमएस) डॉ. हरीशचंद्र आर्य भी इस नजारे को देखकर हैरान हो गए. उन्होंने वहां तैनात डॉक्टरों को कड़ी फटकार लगाई. 


VIDEO, ऑपरेशन टेबल पर तड़पती रही महिला, लड़ते रहे डॉक्टर


डॉक्टरों पर गिरी गाज
प्रदेश के प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) रजनीश दुबे ने घटना के दोषी लोगों पर कार्रवाई करते हुए मेडिकल ऑफिसर डॉ. महेंद्र पाल सिंह, सीनियर रेजीडेंट आर्थोपैडिक डॉ. आलोक अग्रवाल, सिस्टर इंचार्ज दीपा नारंग व नर्स शशि श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया. इसके अलावा एक अन्य डॉक्टर को चार्ज सीट दायर की गई.