`जहां पीएम मोदी, वहां हम..`, मांझी के एक बयान से कैसे चूर हो गए लालू-राहुल गांधी के सपने?
Jitanram Manjhi: मांझी की इस घोषणा से बिहार की तस्वीर भी लगभग साफ होती दिख रही है. उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के विकास में योगदान देना चाहते हैं.
Bihar Politics: बिहार में मची सियासी भगदड़ के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) ने शनिवार को विधायक दल की बैठक के बाद अपना फैसला सुना लिया है. बैठक के बाद पार्टी ने कहा कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ ही रहेगी. इस फैसले की घोषणा जीतन राम मांझी ने खुद की है. उन्होंने कहा कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, वहां HAM है. उन्होंने कहा कि हम NDA सरकार के साथ मिलकर बिहार के विकास के लिए काम करेंगे.
असल में मांझी ने साफ कहा कि हम NDA के साथ हैं और रहेंगे. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के विकास में योगदान देना चाहते हैं. मांझी की इस घोषणा से बिहार की तस्वीर भी लगभग साफ होती दिख रही है. बिहार में अब फिर से एनडीए की सरकार बनने वाली है. मांझी का यह बयान राहुल और लालू के लिए झटका है.
मांझी ने नहीं पार लगाई नैया?
मांझी ने अपना स्टैंड इसलिए भी साफ किया है कि ऐसी ख़बरें सामने आई थीं कि जीतन राम मांझी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फोन पर बात की है. राहुल ने जीतन राम को इंडिया गठबंधन में आने का न्योता दिया था और साथ ही यह भी कहा गया था कि भूपेश बघेल मांझी से मुलाकात कर सकते हैं. उधर लालू की पार्टी की तरफ सभी मांझी के ऊपर डोरे डाले गए थे. आरजेडी ने तो यह भी कह दिया था कि संतोष सुमन को उप मुख्यमंत्री भी बनाया जाएगा. लेकिन अब मांझी ने इंडिया गठबंधन की नैया पार लगाने से मना कर दिया है.
अब आगे क्या?
इसके बाद अब साफ है कि बीजेपी ने सारे समीकरण साध लिए हैं और एनडीए की सरकार बिहार में बनेगी. क्योंकि चिराग पासवान ने भी बीजेपी नेताओं के सतह बैठक के बाद यही संदेश दिए हैं. बताया जा रहा है कि फिलहाल इसी हलचल के बीच पटना में राजभवन की सुरक्षा बढ़ाई गई है और स्पेशल प्रोटेक्सन फोर्स की तैनाती हो गई है. बताया जा रहा है कि रविवार को ही नई सरकार का गठन होगा और नीतीश फिर से सीएम की शपथ लेंगे. उनके साथ सुशील मोदी डिप्टी सीएम की शपथ ले सकते हैं. (नोट- इस खबर को लिखने में एआई की मदद ली गई है)