परत-दर-परत: केजरीवाल सरकार को कोर्ट ने जिस मामले में फटकारा, उसमें जानिए अब तक क्या हुआ
यह मामला 9 फरवरी 2016 का है. जेएनयू में एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर कन्हैया कुमार ने देशविरोधी नारे लगाए थे.
नई दिल्ली : जेएनयू देशद्रोह मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से कन्हैया कुमार समेत 10 लोगों के खिलाफ दायर की गई चार्टशीट पर आज पटिलाया हाउस कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि वह फाइल को इस तरह से लेकर बैठ नहीं सकती है. कोर्ट ने सरकार से कहा कि उन्होंने इस प्रकरण की वह इस मामले में अपना पक्ष 28 फरवरी को रखें.
बता दें कि यह मामला 9 फरवरी 2016 का है. जेएनयू में एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर कन्हैया कुमार ने देशविरोधी नारे लगाए थे. इस मामले में 19 जनवरी 2019 को दिल्ली पुलिस की ओर से चार्टशीट दायर की गई है. भारत विरोधी नारे लगाने को लेकर दायर 1200 पन्ने के आरोपपत्र में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को भी आरोपी बनाया है.
9 फरवरी, 2016 : संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी पर लटकाये जाने के तीन साल पूरा होने के मौके पर जेएनयू परिसर में मार्च.
10 फरवरी 2016 : जेएनयू प्रशासन ने इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया.
11 फरवरी 2016 : दिल्ली पुलिस ने भाजपा सांसद महेश गिरि और आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी की शिकायतों के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
12 फरवरी 2016 : कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी, छात्रों में भारी रोष.
12 फरवरी 2016 : कन्हैया कुमार को देशद्रोह के मामले में दिल्ली की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा.
15 फरवरी 2016 : पटियाला हाउस अदालत परिसर में हिंसा, कन्हैया कुमार के खिलाफ मामले में सुनवाई से पहले वकीलों ने पत्रकारों, जेएनयू छात्रों और शिक्षकों को राष्ट्रविरोधी बताते हुए उन पर हमला किया.
15 फरवरी 2016 : पटियाला अदालत हमले के मामले में दो प्राथमिकी दर्ज.
17 फरवरी 2016 : पटियाला हाउस अदालत में एक और हंगामे का मामला. वकीलों के कोट पहने लोगों ने कन्हैया कुमार के मामले में सुनवाई से पहले कथित तौर पर पत्रकारों और छात्रों की पिटाई की.
18 फरवरी 2016 : कन्हैया ने उच्चतम न्यायालय में जमानत अर्जी दाखिल की.
19 फरवरी 2016 : उच्चतम न्यायालय ने जमानत अर्जी दिल्ली उच्च न्यायालय को स्थानांतरित की. पुलिस से उचित सुरक्षा बंदोबस्त को कहा.
19 फरवरी 2016 : कन्हैया ने जमानत के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया.
23 फरवरी 2016 : पुलिस ने उच्च न्यायालय में कन्हैया की जमानत अर्जी का विरोध किया.
23 फरवरी 2016 : जेएनयू छात्र उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य ने आत्मसमर्पण से पहले पुलिस संरक्षण पाने के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया.
24 फरवरी 2016 : उमर और अनिर्बान गिरफ्तार.
25 फरवरी 2016 : दिल्ली की अदालत ने जेल में बंद कन्हैया को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा.
26 फरवरी 2016 : अदालत ने कन्हैया को तिहाड़ जेल भेजा.
2 मार्च 2016 : अदालत ने कन्हैया को छह महीने की अंतरिम जमानत दी.
3 मार्च 2016 : दिल्ली की अदालत ने कन्हैया की तिहाड़ जेल से रिहाई का आदेश दिया.
26 अगस्त 2016 : दिल्ली की अदालत ने कन्हैया, उमर और अनिर्बान को नियमित जमानत दी.
14 जनवरी 2019 : पुलिस ने कन्हैया, उमर और अनिर्बान तथा अन्य के खिलाफ देशद्रोह, दंगा भड़काने एवं आपराधिक षड्यंत्र के अपराधों के तहत आरोपपत्र दाखिल किया.