Doda Land Sinking: जोशीमठ के बाद डोडा में दरकने लगी जमीन, 25 से ज्यादा मकानों में पड़ी दरार, अलर्ट जारी
Jammu and Kashmir Land Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद अब जम्मू-कश्मीर में जमीन धंसने की घटना ने परेशान कर दिया है. जम्मू के डोडा जिले में 25 मकानों में दरार पड़ने से बड़ा संकट गहराने लगा है.
Jammu and Kashmir Land Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद अब जम्मू-कश्मीर में जमीन धंसने की घटना ने परेशान कर दिया है. जम्मू के डोडा जिले में 25 मकानों में दरार पड़ने से बड़ा संकट गहराने लगा है. डोडा के थाथरी गांव में करीब 100 मकानों की जमीन खिसकने की बात कही जा रही है.
J&K Doda Land Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद अब जम्मू-कश्मीर में जमीन धंसने की घटना ने परेशान कर दिया है. जम्मू के डोडा जिले में 25 मकानों में दरार पड़ने से बड़ा संकट गहराने लगा है. डोडा के थाथरी गांव में करीब 100 मकानों की जमीन खिसकने की बात कही जा रही है. 6 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं. NH-244 डोडा किश्तवाड़ हाईवे पर भी खतरा लगातार बना हुआ है.
लगातार जमीन धंसने की खबरे सामने आने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. स्थानीय निवासियों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है. भू वैज्ञानिकों की टीम मौका मुआयना में लगी हुई है. पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. डोडा के थाथरी क्षेत्र में पहाड़ी ढलान पर एक बड़ा हिस्सा धंसने के बाद एक मदरसा और एक स्थानीय मस्जिद के साथ 20 से अधिक घरों में बड़ी दरारें आ गईं.
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के इस हिस्से में जमीन धंसने के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की एक टीम मौके पर पहुंच चुकी है. भूवैज्ञानिकों की एक टीम और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और दरारों के कारणों का पता लगाया जा रहा है. डीसी डोडा विशेष पाल महाजन और एसएसपी डोडा अब्दुल कयूम भी मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की.
डीसी ने उन्हें आश्वासन दिया कि प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि जमीन धंसने का कारण जानने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की टीम भी थाथरी क्षेत्र पहुंची है और वे जल्द ही इस बारे में रिपोर्ट सौंपेंगे. एसडीएम थाथरी अतहर अमीन जरगर ने कहा कि प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है और प्रभावित क्षेत्र के निवासियों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक और एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर डोडा शहर से लगभग 39 किमी दूर थाथरी बस्ती के पास पहाड़ी पर स्थित एक आवासीय लड़कियों के मदरसा और एक मस्जिद के बगल में लगभग 50 घरों वाले नई बस्ती क्षेत्र के निवासियों में दहशत फैल गई थी. इलाके में भूस्खलन के कारण कुछ घरों में भारी दरारें आ गईं. डोडा जिले के थाथरी शहर के नई बस्ती इलाके में इन घरों के निवासियों ने अपने पड़ोसियों या रिश्तेदारों और प्रशासन द्वारा स्थापित अस्थायी आश्रय में शरण ली. स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रभावित परिवारों को प्रशासन द्वारा स्थायी आश्रय प्रदान किया जाना चाहिए क्योंकि पहाड़ लगातार धंसने के कारण लोग बेघर हो गए हैं.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)