जस्टिस NV Ramana बने देश के नए CJI, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिलाई शपथ
फरवरी 1983 में वकालत शुरू करने वाले जस्टिस एनवी रमना आंध्र प्रदेश के एडिशनल एडवोकेट जनरल रहने के अलावा केंद्र सरकार के भी कई विभागों के वकील रहे. साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति से पहले वह दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे.
नई दिल्ली: देश के नए चीफ जस्टिस (CJI) के तौर पर जस्टिस एन वी रमना (Justice NV Ramana) ने आज देश के मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार संभाल लिया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुबह 11 बजे उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) समेत सुप्रीम कोर्ट के कई जजों की मौजूदगी में पद की शपथ दिलाई. जस्टिस एनवी रमना का कार्यकाल करीब 16 महीने का होगा.
26 अगस्त, 2022 तक कार्यकाल
सीजेआई के रूप में जस्टिस रमना का कार्यकाल 26 अगस्त, 2022 तक होगा. 17 फरवरी, 2014 को सुप्रीम कोर्ट में अपने प्रमोशन से पहले जस्टिस रमना दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे. उनका जन्म 27 अगस्त, 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम के एक कृषि परिवार में हुआ था.
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बहुमुखी प्रतिभा के धनी सीजेआई रमना
जस्टिस रमना कॉलेज के दिनों में छात्र राजनीति से जुड़े थे जिन्होंने कुछ समय तक पत्रकारिता भी की. सन 1983 में वकालत शुरू करने वाले रमना आंध्र प्रदेश के एडिशनल एडवोकेट जनरल रहने के अलावा केंद्र सरकार के भी कई विभागों के वकील रहे. 2000 में वह आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के स्थायी जज बने. साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट में अपनी नियुक्ति से पहले वह दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) के मुख्य न्यायाधीश थे.
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