कंधार विमान कांड : पूर्व रॉ प्रमुख के दावे पर कांग्रेस का वार, भाजपा का पलटवार
पूर्व रॉ प्रमुख ए.एस. दौलत के इस दावे से विवाद खड़ा हो गया है कि वाजपेयी सरकार ने 1999 में कंधार विमान अपहरण मामले से निपटने में गड़बड़ी की। भाजपा ने इस दावे को कतई खारिज कर दिया जबकि कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के नरम रूख ने आतंकवाद की बुनियाद रखी।
नई दिल्ली : पूर्व रॉ प्रमुख ए.एस. दौलत के इस दावे से विवाद खड़ा हो गया है कि वाजपेयी सरकार ने 1999 में कंधार विमान अपहरण मामले से निपटने में गड़बड़ी की। भाजपा ने इस दावे को कतई खारिज कर दिया जबकि कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के नरम रूख ने आतंकवाद की बुनियाद रखी।
अपने नेताओं का जोरदार ढंग से बचाव करते हुए भाजपा ने कहा कि उस वक्त विमान के यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जिंदगी बचाने के लिए आतंकवादियों को छोड़ने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था। आतंकवादी इंडियन एयरलाइंस के विमान को अगवा करके अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे।
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख दौलत ने कहा कि आपदा प्रबंधन समूह ने उस समय पूरे मामले को उलझा दिया जब उसने अमृतसर में उतरे विमान को वहीं नहीं रोका तथा जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को लगा कि केंद्र सरकार का फैसला एक ‘गलती’ था। भाजपा ने आईसी-814 विमान के अपहरण की घटना को लेकर कथित ‘गड़बड़ी’ के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।
कांग्रेस ने इसको लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कहा, ‘जब भाजपा के नेतृत्व वाली नरम रूख की सरकार ने तीन आतंकवादियों को छोड़ा तो सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में आतंकवाद की बुनियाद पड़ी।’
भाजपा पर ‘फर्जी राष्ट्रवाद’ और ‘फर्जी राष्ट्रभक्ति’ का आरोप लगाते हुए वडक्कन ने कहा, ‘कांग्रेस की मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा भारत विरोधी तत्वों, आतंकवादियों और अपराधियों की मदद करने और बढ़ावा देने के लिए देश से बिना शर्त माफी मांगे।’
कांग्रेस के दावे को खारिज करते हुए भाजपा प्रवक्ता एम जे अकबर ने कहा कि कांग्रेस की कंधार को लेकर ‘बहुत सुविधाजनक याददाश्त’ है क्योंकि इस बारे में फैसला हर किसी के साथ विचार-विमर्श के साथ हुआ था। अकबर ने कहा, ‘मैं कांग्रेस को एक सवाल का जवाब देने की चुनौती देता हूं: क्या करीब 200 भारतीय नागरिकों को मरने देना चाहिए था? कृपया उनसे यह सवाल पूछिए और उनसे इसका जवाब मांगिए।’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और उस वक्त वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने दावा किया कि यात्रियों की जिंदगी बचाने के लिए सरकार के पास इसके अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा था। सिन्हा ने कंधार प्रकरण के समय किसी तरह की नाकामी से इंकार किया और कहा कि अपहर्ताओं के साथ बातचीत की गई और फिर समाधान निकला था।
उन्होंने कंधार प्रकरण में पैसे की लेनदेन से भी इंकार किया और वहां तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह के जाने को भी सही ठहराया। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए गड़े मुर्दे उखाड़ रही है और आरोप लगाया कि कांग्रेस ने भोपाल गैस त्रासदी के मामले में आरोपी वारेन एंडरसन को देश से भागने दिया।
सैयद सलाहुद्दीन की ओर से अपने बेटे के मेडिकल दाखिले में मदद के मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता अकबर ने कहा कि इस बारे में कोई भी निर्णय जम्मू-कश्मीर की फारूक अब्दुल्ला सरकार ने किया होगा।