Kanjhawala incident: दिल्ली के कंझावला में युवती से दरिंदगी के मामले में अब गृह मंत्रालय भी हरकत में आ गया है. पुलिस ने सोमवार को कहा कि कंझावला मौत मामले की आगे की जांच मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी. इस बीच गृह मंत्री ने खुद इस मामले का संज्ञान लेते हुए जांच को आगे बढ़ाने के लिए महिला अफसर को कमान सौंपी है. गृह मंत्रालय ने स्पेशल सीपी शालिनी सिंह को जांच का नेतृत्व करने का आदेश दिया है. साथ ही जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपने को भी कहा है.


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इससे पहले डॉ. सागर पी हुड्डा, स्पेशल सीपी (एल एंड ओ) जोन II ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडियाकर्मियों को बताया कि मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया गया है. मामले में 20 वर्षीय युवती की स्कूटी कथित तौर पर एक कार से टकराने और घसीटने के बाद मौत हो गई थी. युवती कार से कई किलोमीटर तक घसिटती चली गई और उसकी मौत हो गई.


मामले पर बोलते हुए, दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कहा कि वे ऐसी घटनाओं को दोहराने से रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करके एक उदाहरण पेश करेंगे.


क्या है कंझावला मामला?


पुलिस ने कहा कि 1 जनवरी (रविवार) की तड़के स्कूटी सवार 20 वर्षीय युवती को एक कार ने टक्कर मार दी और कई किलोमीटर तक घसीटती चली गई. मारुति बलेनो में पांच लोग सवार थे, जिसने स्कूटी पर सवार लड़की को टक्कर मार दी. सोशल मीडिया पर युवती का कथित वीडियो भी वायरल हुआ है.


फुटेज में यह भी दावा किया गया था कि पीड़िता के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. लेकिन पुलिस ने इसे एक दुर्घटना बताया है. मामले में दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने भी पुलिस को नोटिस जारी किया है. पुलिस के अनुसार कंझावला थाने (रोहिणी जिला) में तड़के 3.24 बजे सूचना मिली कि कुतुबगढ़ इलाके की ओर जा रही एक कार से एक शव बंधा हुआ है.


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(एजेंसी इनपुट के साथ)