UP Politics: मैनपुरी से शिवपाल ने मांगा था BJP से टिकट, नहीं मिलने पर SP में गए: BJP MP
Shivpal Yadav News: बीजेपी (BJP) सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) ने दावा किया है कि शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट मांगा था. उनकी बीजेपी में शामिल होने की इच्छा थी.
Mainpuri Bypoll 2022: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी उपचुनाव 2022 (Mainpuri By-election 2022) में डिंपल यादव (Dimple Yadav) की रिकॉर्ड जीत के बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (PSP) का विलय सपा में कर दिया. इसके बाद कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) ने शिवपाल यादव को लेकर बड़ा दावा किया है. सुब्रत पाठक ने कहा कि शिवपाल यादव 2019 में बीजेपी से टिकट मांग रहे थे. सुब्रत पाठक के इस बयान ने यूपी में सियासी हलचल को तेज कर दिया है.
मजबूरी में सपा में गए शिवपाल यादव
सुब्रत पाठक ने कहा कि अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शिवपाल यादव को टिकट दे दिया होता तो शिवपाल यादव सपा में वापस नहीं जाते. ऐसा उन्होंने मजबूरी में किया है. शिवपाल यादव के पास कोई रास्ता नहीं बचा था, इसीलिए वो समाजवादी पार्टी में फिर शामिल हो गए.
बीजेपी में शामिल होना चाहते थे शिवपाल
बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने दावा किया कि शिवपाल यादव बीजेपी में शामिल होने की चाहत रखते थे. मैनपुरी से वो चुनाव भी लड़ना चाहते थे. अगर उनको बीजेपी टिकट दे देती तो परिवार के दो सदस्यों के बीच में चुनाव होता.
यादव परिवार हुआ एकजुट
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यादव परिवार एकजुट दिखा है. डिंपल यादव के लिए शिवपाल यादव और अखिलेश यादव ने मिलकर चुनाव प्रचार किया. दोनों कई बार मंच पर एक साथ दिखाई दिए और नतीजे घोषित होने के बाद शिवपाल ने सपा में अपनी पार्टी के विलय का ऐलान भी कर दिया.
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को रिकॉर्ड 2 लाख 88 हजार 461 वोटों से हरा दिया. निर्वाचन आयोग के अनुसार, उपचुनाव में डिंपल यादव को 6 लाख 18 हजार 120 वोट मिले. वहीं, राघुराज सिंह शाक्य ने 3 लाख 29 हजार 659 वोट हासिल किए.
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