Kanpur Kalindi Express Conspiracy: उत्तर प्रदेश के कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है और हिस्ट्रीशीटर शाहरुख को गिरफ्तार किया है. अब तक वह शाहरुख सबसे ज्यादा संदिग्ध माना जा रहा है, क्योंकि उसका पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है और इसी को देखते हुए यूपी एटीएस ने उसे गिरफ्तार किया है. एटीएस की टीम शाहरुख को पूछताछ के लिए लखनऊ लेकर गई है. बता दें कि कानपुर में 9 सितंबर को में अनवरगंज-कासगंज रेलवे रूट पर देर शाम भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के सामने गैस सिलेंडर रखा गया, लेकिन एक बड़ा ट्रेन हादसा होते-होते बच गया. इसके अलावा ट्रैक पर माचिस और पेट्रोल बम भी बरामद हुआ था. जिसो लेकर रेलवे सूत्रों ने साजिश की आशंका जताई थी और इस मामले की जांच जारी है.


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सेल्फी लेने आया था शाहरुख, पुलिस ने पकड़ा


बताया जा रहा है कि शाहरुख कानपुर में अनवरगंज-कासगंज रेलवे रूट जहां घटना हुई थी, वहीं से कुछ दूरी पर सेल्फी लेने पहुंचा था. पश्चिम बंगाल से लौटे हिस्ट्रीशीटर शाहरुख को ATS की टीम ने शिवराजपुर थानाक्षेत्र के मुडेरी गांव से गिरफ्तार किया है. उसके खिलाफ शहर और आसपास के जिलों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह काफी दिनों तक पश्चिम बंगाल में छिपा रहा. दो महीने पहले ही शहर वापस लौटा था. खुफिया एजेंसी पता कर रही है कि संदिग्ध किसी आतंकी संगठन से जुड़ा तो नहीं है. हिस्ट्रीशीटर शाहरुख पश्चिम बंगाल के अलावा आगरा में भी रह चुका है.


हिस्ट्रीशीटर शाहरुख की फोटो आई सामने


इस बीच हिस्ट्रीशीटर शाहरुख की फोटो सामने आई है, जिसमें वो सनग्लास पहने नजर आ रहा है. इसके अलावा ताव दिए मूंछें भी नजर आ रही हैं. फोटो देखकर कोई कह नहीं सकता है कि यह हिस्ट्रीशीटर है और कई अपराधों में इसके नाम पर केस दर्ज है. शाहरुख कानपुर के शिवराजपुर थानाक्षेत्र के मुडेरी गांव का रहने वाला है और उसकी दो बड़ी बहने भी हैं. वह 22 साल का है और बिल्कुल पढ़ा लिखा नहीं है. शाहरुख ने भागकर कानपुर के रावतपुर गांव में शादी की थी. दो साल पहले शाहरुख किसी अपराध में जेल गया था, जिसके बाद से वह घर नहीं आया था.


कानपुर में साजिश के पीछे की कहानी


कानपुर में जिस रेलवे ट्रैक को चुना गया, उसके पीछे सबसे बड़ा कारण था कि ट्रैक के एक तरफ जंगल है और दूसरी तरफ सर्विस लाइन है. बड़ी-बड़ी झाड़ियों के होने की वजह से ट्रैक पर कौन गया कौन नहीं, ये कोई नही देख सकता. यह स्पॉट इसलिए भी यही चुना गया था, क्योकि यहां नुकसान ज्यादा होता. इस स्पॉट पर अगर सिलेंडर फटता तो आगे के इंजन और लास्ट की बोगियां इस जगह कर्व हो गई थी कि ट्रेन की कुछ बोगियों के अलग होकर सड़क पर गिरने की पूरी संभावना होती. इसके साथ ही ये जगह क्रॉसिंग के अंदर आती है, इससे क्रसिंग पर खड़ी हुई गाड़ियों को भी नुकसान होता.


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