नई दिल्ली: कर्नाटक में आसन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा किसानों की आत्महत्या, भ्रष्टाचार, कुशासन, हिन्दू कार्यकर्ताओं की कथित हत्या और ‘केंद्र सरकार की विकास पहल’ जैसे मुद्दे पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरेगी और 19 फरवरी से राज्य में प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों के जरिये पार्टी अपने अभियान को धार प्रदान करेगी. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं कर्नाटक के पार्टी प्रभावी मुरलीधर राव ने बताया कि राज्य में सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का कुशासन और किसानों की आत्महत्या चुनाव में बड़ा मुद्दा है. राज्य सरकार किसानों की आत्महत्या रोकने में विफल रही है और हिन्दू कार्यकर्ताओं की हत्या के मामलों में भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.


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उन्होंने कहा कि जहां तक किसानों की रिण माफी का सवाल है, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र की प्रदेश सरकारों ने स्वयं पहल करते हुए राष्ट्रीय कृत बैंकों से रिण को माफ करने का काम किया लेकिन कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने ऐसा नहीं किया. प्रदेश की कांग्रेस सरकार केंद्र की किसान कल्याण योजनाओं को भी लागू करने में विफल रही. राव ने कहा कि इसके अलावा हमारे पास केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार का काम और प्रदेश में येदियुरप्पा का अनुभवी नेतृत्व है.


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भाजपा कर्नाटक में पार्टी के चुनाव अभियान को धार प्रदान करने के लिये एक बार फिर मोदी के करिश्मे का उपयोग करेगी .  इसके तहत प्रधानमंत्री की 19 फरवरी के बाद से अगले 20 दिनों में कर्नाटक के लिए 4 रैलियों का कार्यक्रम तय किया गया है. कार्यक्रम के अनुसार, 19 फरवरी को मोदी कर्नाटक के मैसूर में भाजपा की रैली को संबोधित करेंगे. तो 27 फरवरी को दावणगेरे, 4 मार्च को बीजापुर और 13 मार्च को रायचूर में उनकी रैलियों के आयोजन का कार्यक्रम रखा गया है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का 20 से 22 फरवरी तक कर्नाटक के दौरे पर रहने का कार्यक्रम है.