Karnataka Assembly Election 2023 Result: चुनावी लड़ाई नैरिटव का युद्ध बनती जा रही है. ऐसे में चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा उम्मीदवारों के चयन, वोटिंग पैटर्न के अध्ययन, प्रचार अभियान की तैयारी पर बहुत जोर दिया जा रहा है. शनिवार को ऐतिहासिक 136 सीटों के साथ कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीतने वाली कांग्रेस ने इस बार यह सब काम 41 वर्षीय लो-प्रोफाइल सुनील कानूगोलू की मदद से किया. रणनीतिकार और कांग्रेस सदस्य कानूगोलू ने अभियान की रूपरेखा तैयार की और अंत तक पार्टी को तय प्लान से हटने नहीं दिया.


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कानूगोलू, जो मूल रूप से एक तेलुगु हैं, हालांकि उनकी जड़ें कर्नाटक में हैं और अब बेंगलुरु में रहते हैं, चेन्नई में पले-बढ़े हैं और एक व्यापारिक परिवार से हैं. अतीत में बीजेपी, द्रमुक और अन्नाद्रमुक के लिए काम करने के बाद, कानूगोलू पिछले साल राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ लंबी बातचीत करने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए.


कानूगोलू को अच्छी तरह से जानने वालों के मुताबिक उनकी सबसे बड़ी ताकत पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ व्यक्तिगत संबंध बनाने और टीम के अभियान को उसके रोजमर्रा के काम में शामिल कर देन की उनकी क्षमता है.


कांग्रेस के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, ‘उनका व्यक्तित्व शांत लेकिन दृढ़ है. वह लो प्रोफाइल हैं और हमेशा फील्ड सर्वेक्षणों के डेटा से लैस रहते हैं.’


कांग्रेस नेताओं के साथ बनाई वर्किंग रिलेशनशिप
कर्नाटक में, कानूगोलू ने अभियान चलाने वाले अन्य प्रमुख नेताओं के साथ एक मजबूत वर्किंग रिलेशनशिप बनाई इनमें शामिल है पार्टी के महासचिव, रणदीप सुरजेवाला, सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार, केसी वेणुगोपाल.


कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘ऐसा करने उनकी टीम के लिए सिस्टम में एकीकृत होना और राजनेताओं के साथ काम करना आसान हो गया. कुछ अन्य चुनावी मामलों में, हमने पार्टी नेताओं को रणनीतिकारों और उनकी टीम के सदस्यों से परेशान होते देखा है, लेकिन सुनील के मामले में ऐसा नहीं हुआ.’


नैरेटिव को सही रखना और पार्टी के पक्ष में करना कानूगोलू की सबसे बड़ी ताकत है, और मार्केट रिसर्च के मार्केट रिसर्च के बैकग्राउंड के साथ, उनकी टीम बहुत सारे फील्ड सर्वों, आधुनिक विश्लेषणों का इस्तेमाल करती है और जमीन पर क्या हो रहा है, इसकी सटीक जानकारी प्राप्त करती है.


‘PayCM’ अभियान
कर्नाटक में, कानूगोलू ने बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ ‘PayCM’ अभियान के साथ उसे लॉन्च किया जब विरोधी यह कर रहे थे कि ‘भ्रष्टाचार दक्षिण भारत में एक बड़ा मुद्दा नहीं.’ कांग्रेस अभियान पर काम करने वाले व्यक्ति ने कहा, ‘इस कैंपेन ने हमारी पार्टी को सरकार पर हमला करने और लोगों से जुड़ने में बहुत मदद की.’


कानूगोलू के आगामी चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है, हालांकि उनका तात्कालिक कार्य तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों में पार्टी के अभियान को संभालना होगा.