नई दिल्ली: करवा चौथ पर महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए दिन भर व्रत रहती हैं. कुछ जगहों पर पत्नियां सुबह सहरी खा लेती हैं तो कहीं करवा चौथ का दिन लगते ही रात के 12 बजे के बाद से वो कुछ नहीं खा सकतीं. दोनों ही स्थिति में महिलाओं को पूरे दिन निर्जला रहना पड़ता है. इसके साथ ही उन्हें घर के अन्य कार्य भी करने होते हैं, ऐसे में एक दिन के भोजन से उनके शरीर को मिली एनर्जी का भी पूरा इस्तेमाल हो जाता है. इस वजह से उन्हें शरीर में कमजोरी का एहसास होता है. लेकिन ये कमजोरी किसी बड़ी चीज का भी इशारा करती है. लंबे समय तक भूखा रहना आपके दिल के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है.


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उपवास से आपका दिल दो तरह से दबाव में आता है. व्रत के दौरान बाहरी आहार नहीं मिलने से आपका शरीर हर तरह से मांसपेशियों को बचाते हुए उन्हें काम करने योग्य बनाए रखता है. इसके लिए वो सबसे पहले टिशु से एनर्जी लेना शुरू करता है. इस दौरान वो दिल की मांसपेशियों के साथ भी ऐसा ही करता है. इसके बाद शरीर वसा को अपना एनर्जी सोर्स बनाता है. ये सामने आया है कि वसा होने पर भी शरीर प्रोटीन का उपयोग करता है. ये प्रोटीन अपने दिल की मांसपेशियों में भी मौजूद होता है, यदि ये जारी रहे तो दिल कमजोर हो जाता है जिससे हार्ट फेलियर हो सकता है.


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जिन लोगों का मानना है कि उपवास करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है या इससे वजन घटाने में आसानी होती है तो वो ये भी जान लें कि ये शरीर के लिए नुकसानदायक भी है. भूखे रहने पर शरीर कैलोरी बर्न करने की प्रक्रिया धीमी कर देता है. शरीर से जो सबसे पहले वजन कम होता है वो वॉटर-वेट है. ऐसे में जब आप नॉर्मल डाइट लेंगे तो वजन भी वापस आ जाएगा. लेकिन इस खुराक से जो वजन बढ़ेगा वो वसा को ज्यादा बढ़ा देगा. 


उपवास में भूखे रहने के दूसरे नुकसान सिरदर्द, शारीरिक कमजोरी, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और लिवर व किडनी से संबंधित समस्याएं हैं. ज्यादा देर भूखे रहने पर आपकी पाचन प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित होती है. यही वजह की अक्सर करवाचौथ के दिन रात में खाना मिलने पर भी महिलाएं अच्छे से खा नहीं पाती. कुछ मामलों में उनका शरीर खाना पचा नहीं पाता और उन्हें उल्टी हो जाती है.