नई दिल्लीः भारत ने शुक्रवार को खालिस्तानी समर्थक और प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकियों को लेकर अमेरिका से खरी-खरी बात कही है. पन्नू ने हाल में अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा को धमकी दी थी. इस पर भारत ने अमेरिका से मामले को गंभीरता से लेने और सुरक्षा चिंताओं पर प्राथमिकता देने की अपील की है.
'हम धमकियों को गंभीरता से लेते हैं'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हम इन धमकियों को बहुत गंभीरता से लेते हैं. इसे अमेरिकी सरकार के सामने उठाते हैं. हमने इस मामले को अमेरिकी सरकार के सामने रखा है. हमें उम्मीद है कि वे हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेंगे.'
कनाडा के आरोपों पर सरकार ने दी प्रतिक्रिया
इससे पहले शुक्रवार को केंद्र सरकार ने लोकसभा को बताया कि कनाडा ने अपने द्वारा लगाए गए 'गंभीर आरोपों' के समर्थन में 'कोई सबूत' पेश नहीं किया है. सरकार ने एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी, जिसमें यह पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार ने कनाडा में भारतीय नागरिकों से कथित रूप से जुड़े आपराधिक मामलों से संबंधित हालिया घटनाक्रम पर ध्यान दिया है.
भारत विरोधी तत्वों पर कार्रवाई का आग्रह
विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा, 'इसके अतिरिक्त इस मुद्दे पर उसका (कनाडा) सार्वजनिक बयान भारत विरोधी अलगाववादी एजेंडे को बढ़ावा देता प्रतीत होता है.' उन्होंने कहा, 'इस तरह के विमर्श पर कायम रहना किसी भी स्थिर द्विपक्षीय रिश्ते के लिए नुकसानदेह ही हो सकता है. इसलिए सरकार ने बार-बार कनाडा के अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे अपनी धरती पर सक्रिय भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करें.'
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