Kathua Terrorist Attack: कठुआ में सेना पर हुए घातक आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा को लेकर कई इलाकों में हाई अलर्ट है. अमरनाथ यात्रा शिविरों को लेकर हर संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. जम्मू के कठुआ जिले में सेना पर हुए घातक आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की नजर है. 


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हमले के मद्देनजर चल रही अमरनाथ यात्रा, प्रमुख सुरक्षा प्रतिष्ठानों और कश्मीरी प्रवासी कॉलोनियों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है. पूरे क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को और बढ़ा दिया गया है, खास तौर पर अमरनाथ यात्रा को कड़े सुरक्षा कवच में रखा गया है. पहाड़ी इलाकों में क्षेत्र पर नियंत्रण सुनिश्चित करने, मोबाइल चौकियों को बढ़ाने और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की निरंतर निगरानी के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. 


सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सेना, पुलिस, सीआरपीएफ और बीएसएफ मिलकर काम कर रहे हैं. संभावित खतरों के जवाब में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनात सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, जीओसी उत्तरी कमान सहित सेना कमांडरों ने कठुआ में सेना पर हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा उपायों की निगरानी के लिए जमीनी स्तर पर आकलन किया है. इस हमले में एक जेसीओ सहित पांच सैन्यकर्मी मारे गए और पांच अन्य घायल हो गए.


कठुआ क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है. आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर इस हमले की ज़िमेदारी ली है. चेतावनी दी है की ऐसे हमलों को और बढ़ाएंगे. कश्मीर टाइगर्स, जैश मुहम्मद आतंकी संगठन का ऑफ शूट माना जाता है. 


वरिष्ठ सेना और पुलिस अधिकारी हमले वाले क्षेत्र में पहुंच गए हैं और आतंकवादियों का पता लगाने के लिए विशेष पैरा कमांडो को जंगल क्षेत्र में हवाई मार्ग से उतारा गया है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि कठुआ में सेना के काफिले पर हमला दो पाकिस्तानी आतंकवादी समूहों ने किया था. अधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षाबल  बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रहे हैं.