India-Canada Khalistan: जी-20 समिट के सफल आयोजन के बाद भारत की विदेश नीति का पूरी दुनिया में डंका बज रहा है. 9 और 10 सितंबर 2023 को प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित हुए इस समारोह ने पूरे विश्व को भारत की ताकत दिखाई. लेकिन भारत की बढ़ती ताकत देख खालिस्तानियों को मिर्ची लग गई.


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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से जुड़े खालिस्तानी आतंकवादी भारत की राजधानी दिल्ली के एयरपोर्ट और कुछ मेट्रो स्टेशनों को निशाना बनाना चाहते थे. ये खुलासा G20 से ठीक पहले हुई मल्टी एजेंसी सेंटर की मीटिंग में हुआ था, जिसमें देश की सुरक्षा से जुड़ी तमाम एजेंसियां शामिल थीं.


वॉयस मैसेज में पन्नू की आवाज


इस मीटिंग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 31 अगस्त को एक भारतीय मोबाइल नंबर जो SFJ से जुड़ा एक मेंबर का है, पर UK से वॉइस मैसेज आता है जिसमें गुरुपतवंत सिंह पन्नू की आवाज होती है. सूत्रों के मुताबिक इस वॉइस मैसेज में खालिस्तानी आतंकवादियों के द्वारा दिल्ली में बम ब्लास्ट की बात कही गई थी. ये बम ब्लास्ट दिल्ली एयरपोर्ट और कई मेट्रो स्टेशन पर किए जाने थे, जिससे खालिस्तान रेफरेंडम की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई देती.


इसी 31 अगस्त को एक और कॉल इंटरसेप्ट की जाती है, जिसमें G20 समिट के वेन्यू और डेलीगेट्स के रुकने वाले होटल्स को भी निशाना बनाने की बात कही जा रही थी. इसके बाद 1 सितंबर को इंटेलिजेंस ब्यूरो एक वॉइस मैसेज इंटरसेप्ट करती है जिसमें पन्नू की ही आवाज होती है.


एयरपोर्ट-मेट्रो स्टेशनों पर ब्लास्ट की बात


इस वॉइस मैसेज में गुरुपतवंत सिंह पन्नू ना सिर्फ दिल्ली एयरपोर्ट और कई मेट्रो स्टेशन पर बम ब्लास्ट करने की बात कर रहा है बल्कि इसके साथ इन जगहों पर खालिस्तानी झंडे को लहराने की बात भी कहता हुआ सुनाई देता है, जो भारत सरकार के लिए एक संदेश की तरह होगा.


सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पन्नू इन सब में फिलीपींस में रहने वाले गैंगस्टर मनप्रीत सिंह पीटा की मदद ले रहा था. मनप्रीत सिंह पीटा, कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर अर्श दल्ला का बेहद करीबी दोस्त है. लेकिन इससे पहले ही 11 अगस्त को NIA मनप्रीत सिंह पीटा और उसके भाई मनजीत को फिलिपींस से डिपोर्ट कर भारत ले आई.