Rajasthan Politics: क्यों दिया था इस्तीफा? जब पहली बार पूरी रौ में बोले किरोड़ी लाल मीणा
राजस्थान सरकार में मंत्री रहे किरोड़ी मीणा ने राजस्थान में अपना मंत्री पद छोड़ने को लेकर बड़ा खुलासा किया है. इसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार एक बार फिर से गर्मा गया है. राजस्थान के कृषि मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता डॉ.
Kirodi Meena News: राजस्थान सरकार में मंत्री रहे किरोड़ी मीणा ने राजस्थान में अपना मंत्री पद छोड़ने को लेकर बड़ा खुलासा किया है. इसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार एक बार फिर से गर्मा गया है. राजस्थान के कृषि मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता डॉ. किरोड़ी मीणा ने चुनाव से पहले जो शर्त रखी थी आपको याद होगा. दरअसल तब उन्होने ये कहा था कि अगर दौसा से चुनाव हारा तो मंत्री पद छोड़ दूंगा. इस तरह से उन्होने अपना वादा भी निभा दिया.
कोटे में कोटे का फैसला सही: किरोड़ी
इस्तीफा देने के बाद पहली बार खुले मंच पर किरोड़ी लाल मीणा ने अपने दिल की बात की. और अपने 45 साल के सेवा का हवाला भी दिया. हालांकि इसके बाद उन्होंने खुद को रोकते हुए कोटे में कोटा का मुद्दा उठाया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया वो सही है. इस फैसले से उन्हें परेशानी है जिन्होंने आरक्षण का लाभ ले लिया है.
कद्दवार नेता किरोड़ी लाल मीणा के सियासी सफर की बात करें तो राजस्थान सरकार में कृषि और ग्रामीण मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (Kirodilal Meena) ने पिछली जुलाई में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. दरअसल कांग्रेसी नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. क्योंकि चुनाव के समय किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर पूर्वी राजस्थान की 7 सीटों में से बीजेपी (BJP) एक भी हारती है तो वो इस्तीफा दे देंगे. जबकि खुद उनके प्रभाव वाली दौसा की सीट भी बीजेपी हार गई थी. इन सात सीटों में से बीजेपी 4 सीटें (दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर) हारी थी. जिसके बाद से कांग्रेसी नेता उनका रिजाइन मांग रहे थे.